4 जून को लोकसभा चुनावों के परिणामों नें पूरे देश को चौका दिया जहाँ 1 जून को अंतिम चरण के मतदान के बाद सभी न्यूज़ चैनलों नें NDA को 400 के आंकड़ों तक पहुँचा दिया था पर वहीं 4 जून के परिणामों नें सभी बड़े चैनलों को गलत साबित कर दिया था। NDA 293 सीट लेकर सरकार बनाने की स्तिथि में तो आ गई पर अभी भी मिलि जुली सरकार से NDA कितनी मजबूती से आने वाले समय में काम कर पायेगी ये देखना होगा।
उत्तराखंड नें जताया मोदी पर भरोसा
2024 लोकसभा चुनावों में जहाँ कई प्रदेशों में कई उलट फेर हुए तो वहीं उत्तराखंड एक ऐसा राज्य रहा जहाँ की जनता नें तीसरी बार प्रधानमंत्री मोदी पर अपना विश्वास कायम रखा। और 2014, व 2019 की तरह 2024 में भी उत्तराखंड की पांचो सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशियों को जीत दिला कर मोदी सरकार को मजबूती देनें का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी जहाँ उत्तराखंड को एक अलग महत्त्व देते हैं वहीं उत्तराखंड की जनता नें भी उन्हें अपने वोटो से ये अहसास करा दिया की देवभूमि उत्तराखंड की जनता मोदी के विकसित उत्तराखंड के मिशन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
उधमसिंह नगर नैनीताल सीट पर मिली प्रचंड जीत
हालांकि उत्तराखंड की पांचो सीटों पर बीजेपी को जीत मिली पर उधमसिंह नगर – नैनीताल सीट नें अपने पुराने रिकॉर्ड को लगभग वापस छू लिया। अजय भट्ट नें 334548 वोटो से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रकाश जोशी को शिकस्त दी और अजय भट्ट की इस प्रचंड जीत में रुद्रपुर विधानसभा नें सबसे बड़ा योगदान दिया अकेले रुद्रपुर विधानसभा से अजय भट्ट को लगभग 64000 वोटो की बढ़त दिलाई। चुनावों से पहले ही रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा नें रुद्रपुर कांग्रेस को आधे से ज्यादा खाली कर दिया हालात तो ऐसे हों गए थे की 19 अप्रैल को प्रथम चरण के मतदान के दिन कई बूथों पर कांग्रेस के पास बस्ता पकड़ने वाले कार्यकर्त्ता भी मौजूद नहीं थे। जहाँ विधायक शिव अरोरा नें रुद्रपुर कांग्रेस के खेमे में सेंध लगाई वहीं कई कांग्रेस के पार्षदों को भी अंदर खाने बीजेपी के समर्थन में घर बैठा दिया और हालात ऐसे बने की कई कांग्रेस के पार्षद अपने वार्ड से कांग्रेस के प्रत्याशी को भी लीड नहीं दिला पाए। वहीं काला ढूंगी विधानसभा से भी अजय भट्ट को 56411 वोटो की बढ़त मिली। रही सही कसर लालकुआं (34223), खटीमा (24907), सितारगंज (31296), गदरपुर (28206)और भीमताल (26905) से मिले ज्यादा वोटों नें पूरी कर दी।
जसपुर,किच्छा, बाजपुर, और हल्द्वानी नें कांग्रेस को संभाला।
नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली 14 विधानसभाओ में से कांग्रेस को अगर कहीं मजबूती मिली तो वो थी जसपुर (42931) से जहाँ से बीजेपी के प्रत्याशी अजय भट्ट को (39663) वोट ही मिले और 3268 वोटों से कांग्रेस को बढ़त मिली और बाजपुर (5944), हल्द्वानी (512), किच्छा (8376), नें कांग्रेस की हार के अंतर को कम किया। इन सभी विधानसभाओ में कांग्रेस नें बीजेपी को काफी अच्छी टक्कर दी। पर अन्य कई विधानसभाए जहाँ कांग्रेस के विधायक हैं वो कांग्रेस के लिए कुछ भी करिश्मा नहीं दिखा पाए।
कांग्रेस को उत्तराखंड में मिली हार के पीछे कमजोर संघठन को सबसे बड़ा जिम्मेदार माना जा रहा है जहाँ india गठबंधन नें पूरे देश में काफी बेहतर प्रदर्शन किया पर वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस संघठन आपसी गुटबाजी से बाहर ही नहीं आ पाई और बाकी कसर मोदी की रैलीयों नें पूरी कर दी जिसके बाद कम वोटिंग परसेंटेज होने के बाद भी बीजेपी पांचो सीटों पर कब्ज़ा करने में कामयाब रही।