उत्तराखंड के एक छोटे से गांव ने पूरे देश के लिए मिसाल पेश की है। इसमें गांव की प्रधान कौशल्या रावत का सबसे बड़ा योगदान रहा है। देहरादून से 30 किमी दूर मसूरी के क्यारकुली भट्टा की प्रधान ने हर घर को जल देने का 100 फीसदी लक्ष्य हासिल किया है।
जिस वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी प्रधान और गांव की तारीफ कर चुके हैं।
क्यारकुली भट्टा गांव की प्रधान कौशल्या रावत के इन्हीं प्रयासों को केंद्र सरकार ने सराहते हुए अब स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली लाल किला में आयोजित मुख्य समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है।
कौशल्या इससे पहले 2 अक्टबूर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधा संवाद कर चुकी है। वह जल स्वच्छता समिति की अध्यक्ष भी हैं।
कौशल्या रावत ने बताया है कि जल जीवन मिशन के तहत किए गए कार्यों को लेकर उन्हें सपरिवार आमंत्रण मिला है। जिसके बाद से उनका पूरा परिवार इस कार्यक्रम में जाने को उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि गांव में हर घर को जल देने का 100 फीसदी लक्ष्य उन्होंने हासिल किया है। इसके साथ ही जल स्त्रोतों को बचाए रखने और पर्यावरण संरक्षण के लिए गांव की खाली पड़ी भूमि पर 40 हजार से अधिक पेड़ लगाए गए हैं।
देहरादून के मसूरी में क्यारकुली भट्टा गांव देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। गांव ने पर्यावरण संरक्षण, बिजली-पानी और स्वच्छता को लेकर प्रधान के नेतृत्व में मिसाल कायम की है। इस तरह उत्तराखंड का ये गांव देशभर के गांवों के लिए मिसाल साबित हो रहा है। मसूरी के पास बसा ये गांव देहरादून से 30 किलोमीटर दूर है।
एक वक्त था जब यहां के लोगों को पेयजल के लिए टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता था, लेकिन अब हर घर में पानी पहुंच रहा है। सुविधाएं विकसित होने लगीं तो यहां पर्यटकों की आमद भी बढ़ रही है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण इस गांव में 35 होम स्टे हैं।
कौशल्या रावत का कहना है कि हर काम को शुरू करने में कठिनाई आती है। हमें भी शुरूआत में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन आज जब गांव का नाम देश स्तर पर लिया जाता है तो अच्छा लगता है। इसके लिए वे केंद्र और राज्य दोनों सरकारों का शुक्रिया करना चाहती हैं। फिलहाल तो वे 15 अगस्त को दिल्ली लाल किला में होने वाले कार्यक्रम को लेकर उत्साहित हैं।