
बीते कुछ दिनों से रुद्रपुर में TDC की हल्दी स्तिथ बिल्डिंग के ध्वस्तिकरण के टेंडर में हुए घोटाले के आरोपों पर कल विभाग के अधिकारीयों नें प्रेस कर अपना पक्ष रखा। जहाँ बीते दिनों पहले पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और फिर कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा नें TDC की बिल्डिंग ध्वस्तिकरण के टेंडरो में घोटाले के आरोप विभाग पर लगाए थे पर कल विभाग द्वारा हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिकारीयों नें उन सभी आरोपों को सिलसिले वार तथ्यों के साथ ख़ारिज कर दिया।

क्या है मामला?
बता दें कि 22 मई को पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल नें पंतनगर हल्दी स्तिथ तराई बीज निगम की बिल्डिंग ध्वस्तिकरण के टेंडरो को लेकर जहाँ विभाग पर सेटिंग गेटिंग कर एक कंपनी को टेंडर देने के आरोप लगाए थे वहीं ई टेंडरिंग द्वारा निकाली गई निविदाओ व लोक निर्माण विभाग द्वारा बिल्डिंगो के मलबे के गलत आंकलन सहित अन्य कई गंभीर आरोप लगाए. और उसके बाद 27 तारीख को देहरादून से रुद्रपुर आगमन पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा नें भी TDC के हल्दी स्तिथ भवनो के ध्वस्तिकरण व बाजपुर और मटकोटा स्तिथ बिल्डिंगो सहित मशीनों और अन्य टेंडरो में हुई घपले पर गंभीर आरोप लगाए थे पर कल विभाग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए फाइनेंस कण्ट्रोलर श्री शुक्ल नें सभी आरोपों का तथ्यों के साथ खंडन किया व इसे पूर्ण रूप से राजनीती से प्रेरित और मनगंन्नत बताया।
क्या है आरोप और अधिकारीयों के जवाब।
आरोप 1- पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल नें अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाए की TDC की हल्दी स्तिथ बल्डिंगो, मशीनों व वाहनों का केवल ईटेंडर के माध्यम से टेंडर निकाल कर केवल एक कंपनी को फायदा देने के लिए ये सब किया गया।
जवाब – विभाग के अधिकारीयों पंकज शुक्ल ( फाइनेंस कण्ट्रोलर ) व अभय सक्सेना ( GM TDC ) नें 2017 के शासनादेश का हवाला देते हुए बताया की 25 लाख से ऊपर के टेंडरो को ई टेंडरिंग के माध्यम से ही प्रकाशित करना अनिवार्य है। जहाँ प्रदेश में हर दिन सभी विभागों में सैकड़ो टेंडर निकाले जाते हैं वो सभी समाचार पत्रों में प्रकाशित नहीं होते बल्कि सरकार की अधिकृत वेबसाइट www.uktenders.gov.in, व etender-nic@nic.in, www.etenders.gov.in पर प्रकाशित किए जाते हैं जो की नियम अनुरूप विभाग द्वारा भी किए गए हैं। वहीं इन टेंडरो की विस्तृत जानकारी विभाग की वेबसाइट www.ukstdc.com व www.pantnagarseeds.com पर भी दी गई थी।
आरोप 2- पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल नें आरोप लगाया की हल्दी स्तिथ भवनो, मशीनों और पुराने वाहनों का ठेका एक ही कंपनी को दिया गया।
जवाब – विभाग के अधिकारीयों नें इन आरोपों को ख़ारिज करते हुए बताया कि अभी केवल पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारिकरण कि जद में आने वाले 4 भवनो और यहाँ रखी पुरानी मशीनों व बाजपुर स्तिथ निगम की बिल्डिंग में 2016 से बंद पड़ी मशीनों के ही 2 अलग अलग टेंडर निकाले गए हैं जबकि अभी पुराने वाहनों और पेड़ो के विस्थापन का टेंडर होना अभी बाकी है।
आरोप 3- पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल नें ये भी आरोप लगाए की इन बिल्डिंगो के मलबो की कीमत पहले 12 करोड़ और फिर लगभग 6.50 करोड़ और फिर घटा कर 3.80 करोड़ केवल एक व्यक्ति की कंपनी को फायदा पहुँचाने के लिए की गई।
जवाब – बता दें की निगम के अधिकारीयों नें इन आरोपों को भी तथ्यों के साथ नकारते हुए बताया की भवनो के मलबे की कीमत का आंकलन सरकार की ही कंपनी लोक निर्माण विभाग ( PWD ) द्वारा किया गया था जो की 3.809 करोड़ थी और ये आंकलन PWD विभाग द्वारा केवल एक बार ही किया गया ना की 12 करोड़ व 6.50 करोड़ मूल्य के 2 बार आंकलन किए गए। अतः ये आरोप लगाना पूर्ण रूप से निराधार है की विभाग नें मिली भगत कर मलबे के मूल्य के आंकलन हेतु PWD नें बार बार कीमत बदली। वहीं भवनो के ध्वस्तीकरण में 3 कम्पनियों नें प्रतिभाग किया जिसमें से एक टेक्निकल बिड में बाहर हुई जबकि फाइनेंसियल बिड में 2 कंपनियों में से उच्च निविदा की कंपनी को टेंडर आवंटित किया गया।
आरोप 4 – पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नें आरोप लगाया की अगर पंतनगर एयरपोर्ट विस्तारिकरण की जद में आने के चलते हल्दी स्तिथ भवनो का ध्वस्तिकरण होना था तो फिर बाजपुर और मटकोटा के भवनो को क्यों ध्वस्त किया जा रहा है। उन्होंने ये भी आरोप लगाया की इस तरह निगम को बंद करने की योजना है और सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है।
जवाब – निगम के अधिकारीयों नें इन आरोपों के जवाब में साफ कर दिया की उत्तराखंड सरकार की ऐसी कोई मनसा नहीं की किसानों के हितों को ख़त्म किया जाए। वहीं ये भी साफ किया की बाजपुर और मटकोटा स्तिथ भवनो को तोड़ने हेतु कोई भी ऐसा टेंडर निगम द्वारा नहीं निकाला गया है जबकि मटकोटा में निगम के मुख्य कार्यालय ( जो अब तक हल्दी स्तिथ था ) को स्थानांत्रित व भव्य बनाया जा रहा है। वहीं बाजपुर स्थित निगम के भवन को किराये में देकर निगम की आय भी बड़ाई जाएगी जबकि वहाँ लगी मशीने जो 2016 से ही खराब होने के चलते खोल कर रखी गई थी केवल उनका टेंडर निकाला गया है। अतः बाजपुर और मटकोटा की बिल्डिंग यथावत रखी गई हैं और ये आरोप भी बिना पूर्ण जानकारी के लगाए गए हैं।
आरोपों पर जवाबो का निष्कर्ष।
निगम के अधिकारीयों नें उठा रहे सभी सवालों पर कल अंकुश लगाते हुए ये साफ कर दिया कि पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा द्वारा लगाए गए सभी आरोप अल्प ज्ञान और सुनी सुनाई बातों पर आधारित हैं जबकि निगम नें नियमों में रह कर विभाग को केवल हल्दी स्तिथ 4 भवनो के ध्वस्तीकरण में निकलने वाले मलबे के 3.809 करोड़ कि निविदा के सापेक्ष 4.729 करोड़ प्राप्त हुए हैं। जो की 24% अधिक हैं. वहीं मशीनों के टेंडरो में 78.14 लाख के सापेक्ष निगम को 94.41 लाख मूल्य प्राप्त हुआ जो 21% अधिक व “मेसर्स चौहान कंसल्टेंसी” को उच्च निविदा के साथ प्राप्त हुआ वहीं अभी 3 अन्य कार्यों जिसमें पुराने वाहन, पेड़ो और पुराने फर्नीचर के टेंडर निकलना बाकी है। वहीं अधिकारीयों नें ये भी कहा कि किसानों के हितों को लेकर सरकार सदैव वचनबद्ध है और इसीलिए नगला, मटकोटा अन्य जगहों से किसानों को हमेशा कि तरह उन्नत बीजो कि उपलब्धता कराई जाती रहेगी।

