देहरादून। पुष्पांजलि बिल्डर फ्रॉड मामले मंे पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। खबरों की मानें तो उत्तराखण्ड एसटीएफ ने फ्रॉड मामले में 25 हजार के इनामी राजपाल वालिया को नैनीताल से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस मामले में राजपाल वालिया और दीपक मित्तल लगातार फरार चल रहे थे, जिसको लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद देहरादून में पुष्पांजलि प्रोजेक्ट के अंतर्गत फ्लैटों में निवेश करने के नाम पर कई लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी करने के मामलों में दीपक मित्तल, राखी मित्तल एवं राजपाल वालिया आदि के विरुद्ध थाना डालनवाला पर कई मुकदमे पंजीकृत हुए हैं। इन मामलों में मित्तल दंपति के साथ-साथ पुष्पांजलि प्रोजेक्ट के डायरेक्टर राजपाल वालिया की गिरफ्तारी हेतु जिला पुलिस के साथ-साथ अन्य एजेंसियों द्वारा काफी प्रयास किया जा रहे थे, परंतु राजपाल वालिया द्वारा लगातार अपने ठिकाने बदलते रहने एवं कोई भी फोन का इस्तेमाल नहीं करने के कारण उसकी गिरफ्तारी सभी के लिए चुनौती बनी हुई थी। एसएसपी एसटीएफ द्वारा इस शातिर अपराधी की गिरफ्तारी हेतु एक ठोस रणनीति तैयार की गई। इस रणनीति के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा राजपाल वालिया के आने-जाने वाले सभी संभावित स्थानों पर सतर्क दृष्टि एवं उसके नजदीकी रिश्तेदारों की गतिविधियों पर निगरानी रखने हेतु अपनी एसटीएफ टीम को विगत काफी समय से मुस्तैद किया गया था, साथ ही इस इनामी अपराधी की जानकारी हेतु मैन्युअल सूचना एकत्रित करने के लिए अपने खबरियों को सचेत कर लगाया गया था। जिस पर 29 सितंबर की रात्रि में एसटीएफ को सूचना मिली कि राजपाल वालिया अपनी पत्नी शेफाली वालिया की जमानत के संबंध में नैनीताल आया हुआ है। जिस पर एसटीएफ की एक टीम द्वारा नैनीताल में दबिश देकर राजपाल वालिया की गिरफ्तारी की गई है। बता दें कि अभियुक्त राजपाल वालिया पुत्र स्व. छुट्टन लाल निवासी बी-48 रेसकोर्स थाना डालनवाला, देहरादून के खिलाफ गैंगस्टर, धोखाधड़ी समेत आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। एसटीएफ की टीम में निरीक्षक यशपाल सिंह बिष्ट, उपनिरीक्षक विपिन बहुगुणा, उपनिरीक्षक नरोत्तम बिष्ट, अपर उपनिरीक्षक देवेन्द्र भारती, हेड कांस्टेबल प्रमोद कुमार, कांस्टेबल रवि पंत, कादर खान, दीपक चन्दोला, कुमाऊं की एसटीएफ टीम शामिल थी।