जिले के सभी जलाशयों पर निगरानी के लिए सचिव नें लिखा जिलाधिकारी और एसएसपी ऊधमसिंह नगर को पत्र।

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जिला उधमसिंह नगर के समस्त जलाशयों में जुलाई-अगस्त में प्राकृतिक मतस्य जीवो के प्रजनन के पीरियड के चलते सचिव उत्तराखंड राज्य मतस्य पालक विकास अभिकरण नें उधमसिंह नगर के समस्त जलाशयो पर पी एस सी बल / पुलिस तैनात करने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दिनांक 5 अगस्त को एक पत्र लिखा है।

अपने पत्र में विभाग के सचिव नें बताया कि जनपद उधमसिंहनगर में अवस्थित जलाशयो में मत्स्य शिकारमाही का ठेका स्वीकृत है। ठेके की शर्तों के अनुसार जलाशयों में माह अगस्त दिनांक-31.08.2024 तक शिकारमाही का कार्य पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित है। माह जुलाई एवं अगस्त मत्स्य प्रजनन का अनुकूल समय होता है, जिसक कारण मछलियां प्रजनन हेतु जलाशय के किनारे कम जल स्तर वाले क्षेत्र में आ जाती हैं। इस अवधि में ठेकेदार / स्थानीय व्यक्ति मछलियों का अन्य समय के अतिरिक्त आसानी से शिकार कर सकते हैं, जिससे की उक्त अवधि में मछलियों का अवैध शिकार होने के कारण जलाशयों में प्राकृतिक मत्स्य प्रजनन कम होने के कारण मत्स्य उत्पादकता घटती है। जिस कारण से अनावश्यक राजस्व का नुकसान होता है।

उक्त के दृष्टिगत जलाशयों के ठेकेदारो / स्थानीय व्यक्तियों द्वारा उक्त अवधि में अनाधिकृत रूप से जलाशयों में मत्स्य सम्पदा की चोरी न की जा सके, के दृष्टिगत जलाशय में पी०एस०सी०/ स्थानीय पुलिस बल तैनात किये जाने की आवश्यकता है।

अतः उपरोक्त वर्णित परिस्थितयों के दृष्टिगत अनुरोध है कि जनपद उधमसिंहनगर स्थित नानक सागर, बैगुल, धौरा, बौर / हरिपुरा एवं तुमडिया जलाशयों पर दिनांक-31.08.2024 तक अविलम्ब पी०एस०सी०/ पुलिस बल के 8-8 पुलिस कार्मिकों को तैनात करने का कष्ट करें।

वहीं जसपुर स्तिथ तुमड़िया डेम पर अवैध रूप से मछली पकड़ने के मामले में जिले के ज्येष्ठ मतस्य निरीक्षक से जब हमनें इस विषय पर बात की तो उन्होंने ना केवल इन आरोपों को नाकारा बल्कि उनके द्वारा विगत 3 अगस्त को किए गए मौके के निरिक्षण की तस्वीरें भी शेयर की। और वहीं विभाग की तस्करो के विरुद्ध कार्यवाही के लिए भी प्रतिबद्धता बताई। और बताया की अगर ऐसा कोई मामला होता भी है तो विभाग पूर्ण रूप से कठोर कार्यवाही करने से भी पीछे नहीं हटेगा।


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