नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल के प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट टिफिन टॉप खतरे की जद में है। यहां डोरोथी सीट पर पिछले कई समय से एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है जिस पर कई बार प्रशासन को अवगत भी कराया गया लेकिन यहां अब भी लोगो की आवाजाही बनी हुई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अयार पाटा सभासद मनोज साह जगाती ने जिलाधिकारी नैनीताल को आग्रह पत्र लिखते हुए कहा है कि नैनीताल की पहचान एक पर्यटक स्थल के रूप में है यहां पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से टिफिन टॉप भी एक है वर्तमान में ये जगह टूट रही है कई जगह दरारे देखी जा सकती हैं और प्रशासन इसको बचाने के लिए कोई ठोस कदम उठाते नही दिखाई दे रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि वर्तमान में इस जगह दो पहिया वाहन जा रहे है जिससे यहां अराजकता का माहौल बना रहता है। उन्होंने इस सम्बंध में जिलाधिकारी वंदना सिंह को टिफिन टॉप के अस्तित्व को बचाने की मांग की है।
आपको बता दें कि पूर्व नैनीताल जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ग्याल ने नैनीताल शहर स्थित टिफिन टॉप मुख्य पर्यटक स्थल / डेराथी सीट (व्यू प्वांइट) पर दरारें आने और भू-स्खलन को देखते हुए गम्भीरता से लेते हुए भू- वैज्ञानिक, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी, सहायक अभिन्यता सिंचाई, प्रान्तीय खण्ड लोनिवि, राजस्व एवं वन विभाग की स्थलीय सर्वे हेतु टीम का गठन किया था। सर्वे टीम द्वारा सुझाव दिए गए कि उक्त संवदेनशील डेराथी सीट, व्यू प्वांइट के लिए उच्च स्तरीय तकनीकी विशेषज्ञों से भू-तकनीकी सर्वेक्षण कराने का अनुरोध किया था।
इस क्रम में जिलाधिकारी ने भू-तकनीकी सर्वेक्षण कराये जाने का अनुरोध सचिव आपदा एवं पुनर्वास उत्तराखण्ड शासन को किया था। जिसके क्रम में सचिव आपदा द्वारा चायना पीक और टिफिन टॉप पर हो रहे भूस्खलन के सर्वे एवं स्थलीय निरीक्षण हेतु उत्तराखण्ड भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबन्धन केन्द्र की सर्वे टीम का बजी गठन किया गया, सर्वे टीम द्वारा 17 मई से 20 मई 2023 के मध्य स्थलीय निरीक्षण एवं सर्वे कर भूस्खलन क्षेत्र का दीर्घकालिक एवं स्थाई सुरक्षात्मक कार्य किये जाने की बात कही गयी थी लेकिन आज तक भी यहां किसी तरह की कोई सुरक्षा नजर नही आई वरन लोग बाइक लेकर भी यहां तक जान की परवाह किये बिना ही पहुंच रहे है और टूरिस्ट भी यहां आकर अपनी जान जोखिम में डाल रहे है।