सरकार की सर्व शिक्षा अभियान की धज्जियाँ उढ़ाता एक और मामला सामने आ रहा है। जहाँ ऊधमसिंह नगर में बीजेपी के एक और पदाधिकारी नें ना केवल अपनी बेटी का दाखिला सरकार की इस योजना में करवाया है वल्कि स्वयं का पुनः फर्जी आय प्रमाण पत्र बनवा सरकार की आँखों में धूल भी झोंखी है।
ये मामला है बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्रीकांत राठौर का जिन्होंने 2015 -16 में अपना आय प्रमाण पत्र गरीवी रेखा से कम दिखा अपनी बेटी का दाखिला किच्छा के गुरुकुल स्कूल में करवाया। जब हमनें श्रीकांत राठौर से इस विषय में पूछा तो उन्होंने भी इस सन्दर्भ में अपनी सहमति जताई और वही स्कूल के प्रबंधन नें भी इसकी पुष्टि की।
जब हमनें बीजेपी के युवा नेता और बीजेपी ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष श्रीकांत राठौर के बारे में पड़ताल की तो पाया कि उनकी आय उनके द्वारा बनाए गए आय प्रमाण पत्र से दूर दूर तक मेल नहीं खाती । हमें अपनी पड़ताल में ये भी पता चला की श्रीकांत राठौर के पास अपनी लाइसेंस वाला असलाह( बन्दूक ) भी है और वहीं दो गाड़ियों के साथ वो किच्छा में स्वयं का रॉयल पब्लिक स्कूल भी चलाते हैं।
श्रीकांत राठौर ना केवल रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा के करीबी कहे जाते हैं वहीं हमारे सूत्रों का कहना है कि 2022 विधानसभा चुनावों में श्रीकांत राठौर को जहाँ किच्छा से जिलाबदर किया गया था पर विधायक शिव अरोरा के सहयोग से ही उनपर जहाँ वो मामला भी शांत हुआ था और रुद्रपुर रहकर ही उन्होंने विधायक शिव अरोरा का चुनाव भी लड़वाया था और उसी के ईनाम स्वरुप उन्हें विधायक शिव अरोरा के समर्थन से बीजेपी के ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष का पद भी मिला था।
ये कहना गलत नहीं होगा बीजेपी के कई नेता सत्ता में अपनी पहुँच का फायदा उठा ना केवल सरकार की गरीबों के लिए बनी योजनाओं का फायदा उठा रहे हैं बल्कि सीधा सीधा पार्टी में रहकर सरकार को ही चूना लगा रहे हैं।