रुद्रपुर शहर में अवैध कॉलोनीयों की जैसे बाढ़ सी आई हुई है और जिला प्राधिकरण और प्रशासन इन सब से अनजान बना राजस्व की लूट को देख कर भी अनदेखा बना हुआ है। जहाँ एक तरफ राज्य आंदोलनकारी और कई लोग उत्तराखंड में सख्त भू कानून की मांग कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ आज तक राज्य सरकारे भी चींटी की चाल चलते हुए उस समय का इंतजार कर रही हैं जब इस राज्य की एक एक इंच भूमि को भू माफिया बेच ना दें। और ऐसा इसलिए कहना गलत नहीं होगा क्योंकि जमीनों की रजिस्ट्री करने वाला विभाग भी बिना मानचित्र पास कराये सैकड़ो भू माफियाओ से मिल कर केवल कागजो में बनी कॉलोनीयों में प्लाटो की रजिस्ट्री भी बिना किसी पूछ ताछ के कर रहा है। जिसकी एवज में हर दिन लाखों रूपये की बन्दर बाट भी हो रही है। ऐसे ही एक बिल्डर को हमनें अपने खूफ़िया कैमरे में कैद कर लिया जो पिछले कुछ समय से प्रीत विहार सहित बढ़ते रुद्रपुर के दक्ष इलाके में भी अवैध कॉलोनीयों काट कर भोली भाली जनता को ठगने का काम कर रहा है।
प्रीत विहार और बिगवाड़ा क्षेत्र में फैला है जाल।
रुद्रपुर का प्रीत विहार और बगवाड़ा और दक्ष एन्क्लेव का क्षेत्र इन अवैध कॉलोनी काटने वालों का मुख्य अड्डा बना हुआ है। जब हमें इसकी जानकारी हुई तो प्रीत विहार में ऐसे ही एक बिल्डर अमित अवस्थी की अवैध कॉलोनी में हम अपने खूफ़िया कैमरे के साथ पहुँचे और वहाँ बैठे उसके एजेंट डॉ राजू श्रीवास्तव से हमनें उनकी अवैध कॉलोनीयों का जायजा लिया और ये जान कर हम हैरान रह गए कि जहाँ बिना नक्शा पास कराए इस बिल्डर नें प्रीत विहार में अब तक 2-3 एकड में 3-4 अवैध कॉलोनीया काट दी हैं वहीं अब 5 एकड़ में भी केवल प्राधिकरण में फ़ाइल लगी हुई होने की बात कह कर लोगों को संवारिया होम्स नामक कॉलोनी में कई कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्लाट 15-30 हजार रूपये गज के हिसाब से बेच भी दिए हैं। वहीं बिगवाड़ा और दक्ष एन्क्लेव क्षेत्र में भी अमित अवस्थी नें सावरिया के नाम से कई कॉलोनीया बेच दी हैं और 1-2 बड़ी अवैध कॉलोनीया अभी भी प्रशासन की नाक के नीचे और उनकी मिली भगत से बेची जा रही हैं। जिसमें लगभग 13 एकड में श्री श्याम गोदावरी कॉलोनी भी काटी जा रही है। और वहीं सावरिया एन्क्लेव के नाम से भी दक्ष एन्क्लेव क्षेत्र में ही बिना नक्शा पास कराए अवैध कॉलोनीया काटी जा चुकी हैं।
मूल भूत सुविधाओं का नहीं है नामो निशान।
बता दें कि बिल्डर अमित अवस्थी नें अब तक जितनी भी कॉलोनीया प्रीत विहार में काटी हैं और जो बिगवाड़ा और दक्ष क्षेत्र में काटी हैं उन कॉलोनीयों में दी जाने वाली मूल भूत सुविधाओं का कहीं नामो निशान तक नहीं है। कहने को सड़के बनाई गई हैं पर ना मानक के अनुरूप पानी की व्यवस्था और ना सीवर लाइन और ना पानी की निकासी के लिए नालियों का निर्माण ही किया गया है। वहीं उन कॉलोनीयों में अपनी गाड़ी कमाई लगा कर मासूम जनता द्वारा अपने घरों का निर्माण भी बिना नक्शा पास कराए किया जा रहा है।
मूक बधिर बनें प्रशासन के सामने राजस्व की हो रही चोरी।
बता दें कि सिडकुल आने के बाद रुद्रपुर और इसके आस पास के क्षेत्र में एक के बाद एक कई लोगों नें जमीनों का जैसे चीर हरड़ सा कर दिया है और पैसे के बल पर कुछ भ्रस्ट अधिकारीयों से मिल कर सरकार को राजस्व का चूना भी लगाया जा रहा है जहाँ एक तरफ ना ऐसी अवैध कॉलोनीयों का नक्शा पास होता है ओट ना ही ऐसी कॉलोनीया रेरा में ही पंजीकृत होती हैं। जिससे करोड़ों रूपये के राजस्व का चूना अब तक सरकार को लग चुका है। और आज भी अधिकारीयों की मिली भगत से करोड़ों रूपये के राजस्व का चूना लग रहा है।