हरिद्वार में सरकारी संपत्तियों पर मजारों को हटाने की कार्रवाई से नाराज मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के नेतृत्व में रोशनाबाद स्थित डीएम कैंप कार्यालय पहुंचकर अपना पक्ष रखा मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों का कहना है कि जिला प्रशासन केवल उन्हीं मजारों पर कार्रवाई करें जो 2008 के बाद सरकारी संपत्तियों पर बनी है और उनमें व्यवसायिक गतिविधियां हो रही हैं।इस मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों ने डीएम के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जिला प्रशासन की इस कार्रवाई में धार्मिक स्थलों को निशाना ना बनाया जाए जो कई कई साल पुरानी है और दिल से आस्था जुड़ी है।
दरअसल पिछले 1 हफ्ते से जिला प्रशासन द्वारा सरकारी संपत्तियों पर कई धार्मिक अतिक्रमण तोड़े गए हैं इन धार्मिक अतिक्रमणो में कई मजार भी शामिल हैं जिनको जिला प्रशासन ने यह हवाला देते हुए कि यह सरकारी संपत्तियों पर हैं और कुछ ही साल पहले इन्हें केवल धर्म की आड़ में व्यवसायिक गतिविधियां करने के लिए बनाया गया है। रोशनाबाद कैंप कार्यालय पहुंचकर खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के नेतृत्व में मुस्लिम समाज का 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे से मिला। इस मौके पर मुस्लिम समाज ने अपना पक्ष रखा बैठक में एसडीएम पूरन सिंह राणा भी मौजूद रहे। आधे घंटे तक चली वार्ता के दौरान दियाजिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों को सुना और बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कलियर शरीफ दरगाह के गद्दी नशीन के प्रतिनिधि ने कहा कि जिला प्रशासन मुस्लिम समाज को विकल्प के तौर पर मजार को कहीं और शिफ्ट कराने की बात कह रहा है लेकिन किसी भी धर्म में मजार समाधि जैसे स्थल शिफ्ट नहीं हो सकते हैं लिहाजा मुस्लिम समाज चाहता है कि सड़कों को चौड़ा करने के लिए जिला प्रशासन ऐसे रास्ते निकालें जिस से प्राचीन मजारे भी बची रहे और सरकारी कार्यों और विकास में कोई दखल ना हो।