केंद्रीय चुनाव समिति ने किया प्रत्याशी के नाम का ऐलान,
पार्टी को स्वर्गीय चंदन रामदास के कराए गए विकास कार्यों के दम पर बड़ी जीत मिलने की उम्मीद
देहरादून। बागेश्वर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 2022 में चुनाव जीते अपने विधायक और मंत्री स्वर्गीय चंदन रामदास की पत्नी पार्वती दास को टिकट देकर मैदान में उतारा है । भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने सोमवार को बागेश्वर विधानसभा सीट के लिए प्रत्याशी के नाम का एलान किया। भाजपा ने अपनी पुरानी परंपरा को निभाते हुए बागेश्वर उपचुनाव में सहानुभूति कार्ड के जरिए कांग्रेस को मौत देने का दांव चला है।
प्रदेश भाजपा की ओर से 3 नामों का पैनल हाई कमान को भेजा गया था। हालांकि इस बात की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी कि भाजपा की ओर से अपने दिवंगत विधायक और कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के परिवार के ही किसी सदस्य को उपचुनाव में टिकट देकर मैदान में उतारा जाएगा। 2 दिन पूर्व बागेश्वर से विधानसभा का चुनाव लड़े वरिष्ठ नेता रंजीत दास कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। तब इस बात की चर्चाएं सियासी गलियारों में चल पड़ी थी कि भाजपा उन्हें टिकट देकर बागेश्वर उपचुनाव के रण में उतार सकती है। ज्ञात हो कि 2022 के विधानसभा चुनाव में चंदन राम दास ने जीत हासिल की थी। तब उन्हें भाजपा ने कैबिनेट मंत्री के पद से नवाजा था ।लेकिन दुर्भाग्यवश रामदास का बीमारी के कारण असमय निधन हो गया। राम दास के निधन के कारण बागेश्वर विधानसभा सीट खाली हो गई थी। अब उपचुनाव के लिए भाजपा ने रामदास की पत्नी पार्वती दास को टिकट देकर मैदान में उतारा है। बागेश्वर विधानसभा क्षेत्र में चंदन रामदास के कराए गए विकास कार्यों के कारण भाजपा को उम्मीद है कि उपचुनाव में मतदाता सहानुभूति के चलते बड़ी संख्या में मतदान के जरिए पार्वती दास को जिताकर विधानसभा भेजेंगे।
पार्वती दास 16 अगस्त को करेंगी नामांकन
बागेश्वर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी पार्वती दास 16 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की मौजूदगी में नामांकन दाखिल करेंगी। इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भट्ट के साथ पार्टी के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे। महेंद्र भट्ट का कहना है कि भाजपा बागेश्वर उपचुनाव में चंपावत उपचुनाव की तर्ज पर पहले से अधिक रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। बागेश्वर की जनता कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति को दरकिनार कर अपने लोकप्रिय नेता स्वर्गीय चंदन रामदास को ऐतिहासिक जीत के साथ श्रद्धांजलि देने का काम करेगी।
भाजपा ने संगठन, मंत्री और सांसदों को सौंपी जिम्मेदारी
देहरादून। बागेश्वर उपचुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने संगठन सरकार के मंत्री और सांसदों को जिम्मेदारी दी है। राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा व प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बिष्ट को उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंप गई है। बागेश्वर विधानसभा में संगठन के 4 मंडल होने के कारण पार्टी सांसद अजय भट्ट व अजय टम्टा को दो-दो मंडलों की जिम्मेदारी दी गई है।
बागेश्वर में 5 सितंबर को मतदान व 8 सितंबर को होगी मतगणना
बागेश्वर विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए 5 सितंबर को मतदान होना है। 10 अगस्त को निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी कर दी थी, जिसके मुताबिक 17 अगस्त तक नामांकन करने की तारीख है। 18 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी । 21 अगस्त नाम वापसी की अंतिम तिथि रखी गई है। इसके बाद 5 सितंबर को बागेश्वर विधानसभा सीट के लिए मतदान होगा और 8 सितंबर को उपचुनाव की मतगणना के बाद परिणाम सामने आएगा।