उत्तराखंड। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर लगीं सोने की परतों को लेकर जारी विवाद का जिन्न एक बार फिर से बाहर निकल आया है। दरअसल, चार धाम महापंचायत उपाध्यक्ष और केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित आचार्य संतोष त्रिवेदी द्वारा आरोप लगाए गए थे कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में जो सोना लगाया गया था उसे बदल दिया गया है। सोने की जगह पर पीतल लगा दिया गया है। इस मामले को लेकर आचार्य संतोष त्रिवेदी ने ये भी कहा था कि इस पूरे मामले में सवा अरब रुपये का घोटाला किया गया है। अब इन आरोपों पर बदरी-केदार मंदिर समिति ने ट्वीट कर सच्चाई बताई है।
बदरी-केदार मंदिर समिति ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया है। इस ट्वीट में बदरी-केदार मंदिर समिति ने बताया है कि केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों पर लगीं सोने की परतों को लेकर जो घोटाले की बात कही जा रही है वो भ्रामक है। बदरी-केदार मंदिर समिति की तरफ से एक पत्र जारी कर कहा गया है कि एक दानी दाता द्वारा पिछले साल ये काम कराया गया था। इस दौरान केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों एवं जलेरी को स्वर्ण जड़ित कराया गया था।
#केदारनाथ धाम की छवि धूमिल करने के लिए एक षडयंत्र के तहत पैदा किया जा रहा है विवाद।
— Shri Badarinath -Kedarnath Temple Committee #BKTC (@BKTC_UK) June 18, 2023
सोशल मीडिया पर भ्रम व दुष्प्रचार करने वालों के विरूद्ध की जाएगी कानूनी कार्रवाई।#Kedarnath@ANI @PTI_News @ians_india @airnewsalerts @SudarshanNewsTV @aajtak @TimesNow pic.twitter.com/3FdabLIqVX
कहा जा रहा है कि मंदिर में लगा सोना एक अरब पंद्रह करोड़ रुपये का है तो ये गलत है। केदारनाथ गर्भगृह में 23,777.800 ग्राम सोना लगा है। जिसके मूल्य की बात करें तो वो 14.38 करोड़ (वर्तमान) है। सोना जोड़ने के काम में प्रयोग की गई जो कॉपर की प्लेटें हैं उनका वजन कुल 1,001.300 KG है। इसके मूल्य की बात करें तो वो 29 लाख रुपए हैं।
बदरी-केदार मंदिर समिति ने ये भी साफ किया है कि गर्भ गृह में सोना लगाने का काम खुद दानी दाता द्वारा करवाया गया है। इसमें समिति का किसी तरह का कोई योगदान नहीं रहा है। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगे Gold पर छिड़े विवाद की सच्चाई बताने के साथ ही समिति ने झूठी और भ्रामक खबरें फैलाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।