हल्द्वानी। कोविड-19 को लेकर जनपद में तैयारियां शुरू कर दी है, इसी सिलसिले में केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा काठगोदाम सर्किट हाउस में जनपद के स्वास्थ्य अधिकारियों व जिला प्रशासन के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
मंत्री भटट ने कहा कि दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र बेतालघाट, ओखलकांडा से लेकर मैदानी क्षेत्रों में चिकित्सालयोें मेें कोविड-19 के इंतजामात पूर्ण कर लिये गये हैं। उन्होंने कहा जनपद कोविड की परिस्थिति से लड़ने के लिए तैयार है। कहा कि सुशीला तिवारी चिकित्सालय के साथ ही जनपद के समस्त चिकित्सालयों में कोविड-19 रोगियों हेतु चिकित्सकीय उपकरणो वेंटिलेटर,आईसीयू, आक्सीजन प्लांट,आइसोलेशन बैड, कोविड टैस्टिंग लैब,आक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीमीटर के साथ ही कोविड औषधि व स्टाफ का प्रशिक्षण भी पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने कहा जनपद के जिन चिकित्सालयों में नर्सिंग स्टाफ व डाक्टरों के रिक्त पद है उन्हें जल्द ही भर दिया जायेगा।
मंत्री भटट ने कहा विदेशों में कोविड-19 संक्रमण तेजी से फैल रहा है जिसको लेकर देश के सभी राज्यों को हाई-अलर्ट में रहने के निर्देश दिये गये है ताकि कोविड-19 को आसानी से रोका जा सके। उन्होंने आमजनमानस से अपील की कि कोविड-19 की भारत सरकार द्वारा जारी गाईड लाइन का अनुपालन करने को कहा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 भागीरथी जोशी ने बताया कि दिसम्बर माह में 1234 लोगों की कोविड सैम्पलिंग जांच की गई जिसमें से 24 लोग कोविड पॉजेटिव आये। विगत सप्ताह में जनपद में कोई भी पॉजेटिव केस जनपद में नही आया। वर्तमान में एक्टिव केश जनपद में शून्य है। डा0 जोशी ने कहा सभी एएनएम व नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षित कर दिया गया है।
डा0 जोशी ने बताया कि जनपद में राजकीय चिकित्सालयों में 943 बैड व सुशीला तिवारी चिकित्सालय में 694 बैड तथा प्राइवेट चिकित्सालयों में 980 बैड कोविड रोगियों हेतु तैयार किये गये है साथ ही राजकीय चिकित्सालयों में 43 आईसीयू बैड, मेडिकल कालेज में 103 तथा निजी चिकित्सालयों में 151 बैड कोविड रोगियों हेतु आरक्षित रखे गये हैं। जनपद में राजकीय चिकित्सालयों मे 43 वेटिंलेटर, सुशीला तिवारी चिकित्सालय में 138 तथा निजी चिकित्सालयों में 51 वेंटिलेटर वर्तमान में चालू हालत में हैं। उन्होंने कहा कि बी टाईप आक्सीजन सिलेन्डर 864, डी टाईप सिलेंडर 1549 तथा आक्सीजन कंसंट्रेटर 854 कोविड रोगियों हेतु तैयार कर लिये गये हैं।
बैठक में डा0 जोशी ने बताया कि जनपद के सुशीला तिवारी अस्पताल में संक्रमित रोगियों के जीनोम सिक्वेंसिंग का कार्य चल रहा है। कोरोना जीनोम सीक्वेंसिंग एक तरह से किसी वायरस का बायोडाटा होता है। कोई वायरस कैसा है, किस तरह दिखता है, इसकी जानकारी जीनोम से मिलती है। इसी वायरस के विशाल समूह को जीनोम कहा जाता है। वायरस के बारे में जानने की विधि को जीनोम सीक्वेंसिंग कहते हैं।
बैठक मे अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, रंजन बर्गली,नवीन भटट, किशोर जोशी, गोपाल रावत, मुकेश बेलवाल, प्रतिभा जोशी, भुवन जोशी, लक्ष्मण खाती, मोहन पाल के साथ ही जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भटट, मुख्य विकास अधिकारी डा0 संदीप तिवारी, निदेशक स्वास्थ्य डा0 तारा आर्या,एसीएमओ डा0 रश्मि पंत,डा0 गौरव काण्डपाल,डा0 ऊषा जंगपांगी, डा0 हर्ष पाण्डे,डा0 दिनेश,डा0 बीके पुनेरा, के साथ ही जनपद के समस्त चिकित्सालयों के चिकित्सक उपस्थित थे।