हेल्थ टिप्स ::- आज के समय में शहरों में स्वच्छ हवा और पानी मिलना बहुत कठिन हो गया है। प्रदूषण की वजह से लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सर्दी-गर्मी हर मौसम में स्किनकेयर की जरूरत पड़ती है। स्किन से जुड़ी कई बीमारियां भी पनपने लगती हैं।
त्वचा पर मुंहासे होने की आशंका है, तैलीय त्वचा है, सक्रिय मुंहासे हैं, ब्लैकहेड्स हैं, व्हाइटहेड्स हैं, चिपचिपा महसूस करते हैं तो दिन में दो से तीन बार क्लीन्ज़र का उपयोग करना चाहिए। त्वचा की सतह से मृत कोशिकाओं को हटाना चाहिए, लेकिन यह भी एक सीमा से अधिक नहीं होना चाहिए। क्योंकि अधिक होने पर चेहरे से सुरक्षात्मक परत हट जाता है, और संक्रमण, एलर्जी, चकत्ते और मुंहासे होने लगते हैं।
इसके साथ ही थर्मल वॉटर मिस्ट का भी उपयोग किया जा सकता है। इसे अपने चेहरे पर स्प्रे करते रहने से पसीना नहीं आता है। यह त्वचा की ऊपरी परत पर पसीने के कण, तेल और जमी हुई मैल को एकत्र होने से रोकता है।
उपाय –
ऑरेंज पील पाउडर- संतरा विटामिन सी का प्रमुख स्रोत है। सेहत के साथ-साथ ये स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसके सिट्रिक एसिड दाग-धब्बों को हल्का करते हैं। संतरे के छिलके का पाउडर का बनाकर इसे शहद के साथ मिलाकर दाग वाली जगह पर लगाएं।
नारियल का तेल- नारिलय में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लामेट्री गुण होते हैं जो जो स्किन की ज्यादातर दिक्कतों को ठीक कर देते हैं। इसमें विटामिन ए और के भी होता है जो स्किन में जलन की समस्या दूर करता है।
सेब का सिरका- एप्पल साइडर सिरका में मौजूद एसिड एक्सफोलिएशन में मदद करता है और मुंहासों को सुखाने में मदद करता है। यह वायरस और कई कार्बनिक अम्लों से लड़ने में भी मदद करता है जिससे आपको आसानी से मुंहासों से छुटकारा मिल जाएगी।
टी ट्री ऑयल- रोजाना चेहरे पर टी ट्री ऑयल लगाने से मुंहासों के निशान से छुटकारा पा सकते हैं। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होने की वजह से यह बैक्टीरिया से लड़ने में भी मदद करता है। यह त्वचा की जलन और सूखापन को भी कम करता है।
नींबू- कॉटन को नींबू के रस से भिगाएं और मुहांसो के धब्बों पर लगाएं। नींबू के रस को तब तक रहने दें, जब तक त्वचा रस को सोख ना ले और फिर थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।