हेल्थ टिप्स ::- जब हम चीनी का ज्यादा सेवन करते हैं, तो शरीर में इंसुलिन रिलीज होता है ताकि ग्लूकोज का स्तर शरीर में कम हो सके। लेकिन लंबे समय तक मीठी चीजों का ज्यादा सेवन करने से शरीर में इंसुलिन बनाने की क्षमता कम हो जाती है। इसके कारण डायबिटीज होती है। अगर आप चीनी कम कर दें, तो डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी से बच सकते हैं।
बढ़ते वजन के कारण लोगों को कई तरह की बीमारियां भी घेर रही हैं। वजन घटाने के लिए लोग कई तरह की एक्सराइज और योग करते हैं। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद लोगों को वजन घटाने में परेशानी हो रही है।
एनर्जी बढ़ेगी – चीनी की मात्रा कम करने से आपको अनिद्रा की समस्या नहीं होगी। चीनी की मात्रा कम करने से ग्लूकोज का स्तर घटेगा और शरीर में एनर्जी बढ़ेगी।
फलों और सब्ज़ियों में पाई जाने वाली प्राकृतिक चीनी से दांतों के सड़न की कम संभावना होती है क्योंकि वे खाने की संरचना में पाई जाती है। लेकिन दिमाग में रखें कि अगर आप इससे जूस या स्मूदी तैयार करते हैं तो इसमें से दांतों को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व निकल सकते हैं – इसलिए ये कभी-कभार ही पीना बेहतर है।
मोटापा बढ़ाती है- अनाज के मुकाबले चीनी 5 गुना ज्यादा तेजी से फैट में बदल जाती है और आपको मोटा बना देती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो जब आप चीनी खाते हैं तो मतलब आप अपनी मोटापे वाली कोशिकाओं को खाना खिलाते हैं।
डिप्रेशन – कम मात्रा में हो तो चीनी सेरोटोनिन नाम के हार्मोंस को बढ़ाती है। यह आपके मिजाज को खुशनुमा बनाता है, लेकिन ज्यादा चीनी का इस्तेमाल आपको डिप्रेशन में डालता है और एंग्जायटी यानी घबराहट होती है।
पालक -पालक प्रोटीन, विटामिन ए और सी, एंटीऑक्सिडेंट और हृदय-स्वस्थ फोलेट का सबसे बड़ा सोर्स माना जाता है। पालक को वजन घटाने के लिए बेस्ट प्रोटीन फूड माना जाता है। कप पालक में सिर्फ 7 कैलोरी होती है और फाइबर कहीं ज्यादा पाया जाता है। जो लोग वजन घटाने की इच्छा रखते हैं उन्हें प्रतिदिन 1 से 2 कप पालक का साग या पालक की दाल खाने की सलाह दी जाती है।