हेल्थ टिप्स : हल्के में न लें नसों का दर्द, जानिए इसके लक्षण एवं उपाय

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हेल्थ टिप्स ::- नसों में दर्द होना एक आम बात है ये हमारी दिनचर्या को खराब कर सकता है। नसों में दर्द एक स्वास्थ्य स्थिति है जो नसों को प्रभावित करती है इसके होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इसमें मस्तिष्क, रीढ़, या नसों की चोट, अत्यधिक शराब का सेवन, कोई दवा, विटामिन बी12 या बी1 की कमी, नसों को कम रक्त की आपूर्ति, डायबिटीज, दिल का दौरा और संक्रमण आदि शामिल हैं। नसों के दर्द का इलाज करने के कई तरीके हैं।


नसो में दर्द का कारण – चोट लगने, स्‍ट्रोक, नसों तक खून की आपूर्ति न होने, साइटिका, मल्‍टीपल स्‍केलेरोसिस, ज्‍यादा शराब पीने, कैंसर या इसके इलाज की प्रक्रियाओं जैसे कि रेडिएशन, सर्जरी या कीमोथेरेपी, विटामिन बी12 या विटामिन बी1 की कमी, कुछ दवाओं, एचआईवी, दाद या डायबिटीज के कारण नसों में दर्द हो सकता है।

शरीर और सेहत के लिए वटामिन-बी का काफी महत्व है। खासतौर पर विटामिन बी12 लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है और हड्डियों एवं नसों को स्वस्थ रखता है। इसकी कमी की वजह से भी नसों में दर्द हो सकता है। अंडे, दूध और अन्य दुग्ध उत्पादों में विटामिन बी12 पाया जाता है। आहार में विटामिन बी12 को जरूर पर्याप्त रूप में शामिल करें।

नसों के कमजोर होने के लक्षण- शरीर की नसें कमज़ोर हो गई हैं तो इससे शरीर में होने वाले इफ़ेक्ट की पहचान करना जरूरी होता है जिससे सही इलाज करने में सहायता मिलती है।
– यदि याददास्त घटने लगे तो समझ लीजिये की आपकी नसें कमजोर पड़ने लगी हैं।
– चक्कर आना भी एक संकेत है कि आपकी नसें कमज़ोर है क्योंकि रक्त संचारित नही हो पा रहा।
– रक्त जब शरीर में सही ढंग से नही सर्क्युलेट होता तो आंखों के आगे उठने-बैठने के समय अंधेरा छाने लगता है।
– अपच होना भी एक संकेत है।
– अनिन्द्रा भी दर्शाता है आपके नसों की कमज़ोरी।
– शरीर में खून की कमी होना।

गाय का दूध- नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए गाय के दूध के साथ मक्खन, मिश्री भी खा सकते है, जिससे काफी हद तक नसों की कमजोरी में आराम मिलता है।

किसमिस- किसमिस खाने की आदत डाल लें। यह शरीर में अन्य लाभ पहुंचाने के साथ ही नसों की कमजोरी का भी बेहतरीन इलाज है।

अधिक समस्या होने पर अपने नजदीकी डॉक्टर से परामर्श ले।


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