देश व दुनिया में कोरोना वायरस व ओमिक्रॉन के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। जिसका असर 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस परेड पर भी पड़ा है। बीते वर्ष की भांति इस वर्ष भी मुख्य अतिथि के तौर पर किसी विदेशी नेता के बिना ही राजपथ पर परेड का आयोजन किया जाएगा।
आपको चलें कि भारत ने पांच मध्य एशियाई देशों (कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान) के नेताओं को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। हालांकि इसको लेकर किसी भी देश द्वारा कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई थी।
बीते कुछ दिनों में कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होने से और हाल ही में कजाकिस्तान में हिंसक विरोध में हुई 220 से अधिक लोगों की मौत की वजह से इन देशों के नेताओं का भारत दौरा टल गया। जिसको लेकर जुड़े एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
आपको बता दें कि बीते वर्ष ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा ब्रिटेन में कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के कारण अंतिम समय में यात्रा को रद्द कर दिया गया। इसके बाद भारत ने बिना मुख्य अतिथि ही गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया। 2021 से पहले आखिरी बार 1996 के समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं था।