केदारनाथ। राज्य में स्थित ग्यारहवें ज्यार्तिलिंग भगवान केदारनाथ की यात्रा अपनी चरम पर है। और शासन प्रशासन द्धारा यात्रा में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो इसके लिए जिला प्रशासन द्धारा हर सम्भव प्रयास किये जा रहे है जगह -जगह केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर सड़क मार्ग पर 5 किलोमीटर के अन्तराल पर छोटे बडे अस्पताल से लेकर छोटे स्वास्थ्य केंद्र खोले गये है।
जिससे यात्रियों का चैकप समय पर हो सके और उन्हे जल्द उपचार मिल सके लेकिन फिर भी 22 दिन में अब तक 24 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है। जिसमें 6 महिलाएं और 18 पुरुष हैं।मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है,अब ये सवाल खड़ा होता है कि स्वास्थ्य विभाग इतने दावा करता है कि हमने केदारनाथ से लेकर सोनप्रयाग गौरीकुण्ड और हर जगह पैरामेडिकल स्टाफ और अस्पताल खोले हुए हैं जगह- जगह मरीजों को उपचार दे रहे है तो फिर इतनी मौते क्यों? वहीं मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार कहते हैं कि स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है। और इसके चलते सभी स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी समय- समय पर मॉनिटर कि जा रही हैं।
अब राज्य में बदलते मौसम और हार्ट अटैक से हो रही लगातार श्रद्धालुओं की मौत के बाद धामी सरकार ने चारधाम यात्रा से संबंधित एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के मुताबिक श्रद्धालुओं को सलाह दी गई है कि यात्रा शुरु करने से पहले अपना पूरा चेकअप जरूर कराएं। इसका मुख्य कारण है मंदिर का ऊंचाई पर स्थित होना. मंदिर इतनी ऊंचाई पर है कि वहां ठंड, कम आर्द्रता और कम ऑक्सीजन के कारण लोगों को दिक्कत हो जाती है इसलिए यात्रा पर वो ही आएं जो पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।