हेल्थ टिप्स ::- शरीर के समुचित विकास के लिए जिस तरह से हेल्दी डाइट जरूरी है उसी तरह से शरीर के भीतर मौजूद हॉर्मोन की भी भूमिका होती है। शरीर में हॉर्मोन का असंतुलन होने से कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में ग्रोथ हॉर्मोन की कमी होने पर शरीर का विकास रुक जाता है। ग्रोथ हॉर्मोन की कमी सबसे ज्यादा बच्चों में देखने को मिलती है। बच्चों का विकास अगर धीमी गति से हो रहा है तो इसका एक कारण उसके शरीर में ग्रोथ हॉर्मोन की कमी हो सकती है। ग्रोथ हॉर्मोन दरअसल मस्तिष्क में मौजूद पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है। कई बच्चों में ग्रोथ हॉर्मोन की कमी जन्म के समय से ही देखने को मिलती है। इसके अलावा कई लोगों में यह समस्या आनुवांशिक कारणों से भी हो सकती है। मस्तिष्क में चोट लगने, कैंसर या ट्यूमर होने या रेडिएशन थेरेपी के कारण भी शरीर में ग्रोथ हॉर्मोन का निर्माण कम हो सकता है।
क्या होते हैं हार्मोन्स- हार्मोन्स एंडोक्राइन ग्रंथि से बनने वाले ऐसे रसायन होते हैं, जो खून के जरिए शरीर के अन्य हिस्सों में पहुंच कर उन्हें अलग-अलग कार्यों के लिए एक संदेशवाहक के रूप में निर्देश देते हैं। हार्मोन्स की छोटी सी मात्रा के घटने-बढ़ने भर से ही शरीर की कोशिकाओं का मेटाबॉलिज्म प्रभावित होने लगता है। मानव शरीर में कुल 230 हार्मोन्स होते हैं।
बच्चे की हाइट धीमी गति से बढ़ना।
दांत देर से निकलना।
नाखून का विकास धीमी गति से होना।
मांसपेशियों में कमजोरी।
शरीर में एनर्जी की कमी।
ब्लड शुगर लो होना।
शरीर की संरचना में बदलाव।
ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या।
एलडीए कोलेस्ट्रोल में बढ़ोतरी।
कार्डियक फंक्शन से जुड़ी समस्या
बच्चों पर असर- अकारण मोटापा, शरीर का असंतुलित विकास होना। हार्मोन्स की कमी से किशोरियों में पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम देखने को मिलता है। किशोरों में टेस्टिकल्स का विकास पूरी तरह नहीं हो पाता।
आहार में ताजे फल व सब्जियों जैसे गाजर, ब्रोकोली और पत्तागोभी की मात्रा बढ़ा दें।
– ग्रीन टी में थियानाइन प्राकृतिक तत्व पाया जाता है, जो हार्मोन्स को संतुलित रखता है।
– ओट्स और दही को आहार में शामिल करें।
– शरीर में पानी की कमी न होने दें।
– सूरजमुखी के बीज, अंडे, सूखे मेवे और चिकन में ओमेगा 3 व 6 पाया जाता है, जो हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखते हैं।
– नारियल पानी पिएं।
कुछ खाद्य पदार्थ जैसे अंडे, टमाटर, सेम, साबुत अनाज, मछली, दूध, और मीट आदि का सेवन करने से शरीर में ग्रोथ हॉर्मोन की निर्माण तेजी से होता है।