भले ही देश में पहले के मुकाबले कोरोना के मामले काफी कम हो गये हों, लेकिन पड़ोसी मुल्कों में बढ़ते मामलों को अनदेखा नहीं किया जा सकता। हांलाकि भारत सरकार कोरोना पाबंदियों को समाप्त करने का फैसला लेने की बात कर रही है, लेकिन पिछले चार दिनों से देश में कोरोना के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। ऐसे में हमारी बेफिक्री हमपर ही भारी पड़ सकती है। ताजा आंकड़ों पर नजर डालें तो चीन में कोरोना के नए वैरिएंट ने हाहाकार मचाया हुआ है, यहां हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और बताया जा रहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चीन के कई शहरों में लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं सिंगापुर, साउथ कोरिया में नए सिरे से संक्रमण देखा जा रहा है।
हांलाकि भारत की बात करें तो डॉक्टरों के अनुसार इस बार देश में कोरोना का खतरा नहीं है, लेकिन फिर भी पिछले दो सालों के हालातों को देखते हुए हम सभी को सतर्क रहने की आवश्यकता है। देश में आज कोरोना के 1,938 नए मामले आए हैं। बुधवार को कोरोना के 1768 नए मामले आए थे। यानी की आज 170 मामले अधिक आए हैं। वहीं पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 660 की कमी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.75 प्रतिशत है। नए आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण की दैनिक दर 0.29 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.35 प्रतिशत दर्ज की गई। देश में अभी तक 78.49 करोड़ से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 6,61,954 नमूनों की जांच पिछले 24 घंटे में की गई। देश में अभी तक कुल 4,24,75,588 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 से मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत है। वहीं, राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 182.23 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं।