दर्जनों पाकिस्तानी चौकियां नष्ट, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सेना ने की जवाबी कार्रवाई

Share Now

प्रयाग भारत, जम्मू: भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी शिविरों पर मंगलवार देर जोरदार हमला बोला। एक साथ नौ जगहों पर हमला बोला गया। पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद शहर के आसपास पहाड़ों के नजदीक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) क्षेत्र में मंगलवार आधी रात कई जोरदार धमाके सुने गए। इससे लोगों में दहशत का माहौल है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाकों के बाद पूरे शहर की बिजली गुल हो गई।

ऑपरेशन सिंदूर’ से पाकिस्तान के आतंकी ठिकाने ध्वस्त
भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइलें दागीं। पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने आतंकियों को मिट्टी में मिला दिया है। जानकारी के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर स्ट्राइक की। भारतीय सशस्त्र बलों इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया।

पहलगाम हमले का बदला है ‘ऑपरेशन सिंदूर’
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के किसी भी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है। इस बात का भी ध्यान रखा गया कि पाकिस्तान के आम नागरिकों और नागरिक संरचनाओं को कोई क्षति व हानि न पहुंचे। यह ऑपरेशन भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाता है। भारतीय सशस्त्र बलों की इस कार्रवाई से आतंकवादी समूहों के खिलाफ एक कड़ा संदेश गया है। बता दें कि पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 पर्यटकों को मार डाला था। तभी से पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ओर से बड़ी कार्रवाई की उम्मीद की जा रही थी।
ऑपरेशन सिंदूर से दहले पाकिस्तान की कायराना हरकत
पहलगाम आतंकी हमले पर भारतीय सेनाओं के करारे जवाब से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने पुंछ, बारामुला, राजोरी जिले की नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास अग्रिम गांवों पर तोपों से मंगलवार पूरी रात भारी गोलाबारी की। पाकिस्तानी गोलाबारी में चार बच्चों समेत 15 नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 57 लोग घायल हो गए। हालांकि, 12 मृतकों के नाम सामने आए हैं।
तनाव के बीच आठ जिलों के स्कूल बंद रहे
कई इलाकों में गोलाबारी बुधवार दोपहर करीब दो बजे तक चली। हमारे जवानों ने पाकिस्तान की हर हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब दिया। सेना की जवाबी कार्रवाई में दर्जनों पाकिस्तानी चौकियां नष्ट हो गईं। तनाव को देखते हुए जम्मू संभाग के पांच और कश्मीर संभाग के तीन जिलों के स्कूल बंद रहे। जम्मू, श्रीनगर और लेह से हवाई सेवा एहतियात के तौर पर बंद रही। कटड़ा में हेलिकॉप्टर सेवा भी बंद कर दी गई। सभी सरकारी विभागों में अधिकारियों, कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
बौखलाहट में पाकिस्तान ने की गोलीबारी
आतंक का फन जिस तरह से भारतीय जांबाजों ने कुचला उससे आतंकियों को पालने-पोसने वाली पाकिस्तानी सेना फुफकारने लगी। बौखलाहट में पुंछ जिले के कई सीमावर्ती गांवों को निशाना बनाया। एलओसी से सटे बालाकोट, मेंढर, मनकोट, कृष्णा घाटी, गुलपुर, केरनी और यहां तक कि पुंछ जिला मुख्यालय पर तोपों से गोलाबारी की। इससे दर्जनों घरों और वाहनों को नुकसान पहुंचा। पाकिस्तान ने मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों पर भी गोले दागे।
बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर में सीमा पार से की गई गोलाबारी में पांच बच्चों समेत 10 लोग घायल हो गए। वहीं, राजोरी जिले के ठंडीकस्सी, इरा दा खेत्र, गंभीर ब्राह्मण आदि गांवों में पाकिस्तान ने गोले दागे। चार लोग घायल हुए हैं। पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित गुरुद्वारा साहिब को पाकिस्तान ने निशाना बनाया। चार लोगों की जान चली गई। पुंछ बस स्टैंड पर भी गोलाबारी हुई, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर चले लोग
कुपवाड़ा जिले के करनाह सेक्टर में गोलाबारी के कारण कई घरों में आग लग गई। भारी गोलाबारी के कारण स्थानीय लोगों को पीड़ितों को अस्पताल पहुंचाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। तनाव के बीच अखनूर क्षेत्र से सीमावर्ती इलाकों के कई लोग अपने घर छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर चले गए।
अस्पताल, प्रशासन सब अलर्ट मोड पर
प्रदेश में सभी अस्पताल, पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं। सीमावर्ती जिलों के डीसी, सभी वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस और जिला अधिकारियों के साथ प्रदेश के बॉर्डर जिलों की स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी सभी जिला उपायुक्ताें से बात कर सीमावर्ती जिलों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा।
2018 के बाद सीमा पर सबसे ज्यादा नुकसान
भारत और पाकिस्तान के बीच 25 फरवरी 2021 को संघर्ष विराम समझौता हुआ था। इसके बावजूद पाकिस्तान ने लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। संघर्ष विराम से पहले सीमा पार से होने वाली फायरिंग में सबसे बड़ा नुकसान वर्ष 2018 में हुआ था। तब सीमावर्ती इलाकों में पाकिस्तानी गोलाबारी में 30 नागरिकों की मौत हो गई थी। 2019 में 18 और 2020 में 15 नागरिकों की मौत हुई थी।
आतंकियों ने धर्म पूछकर मारा…सेना ने घर में घुसकर, लोग बोले-कलेजे को ठंडक मिली
आतंकियों ने पहलगाम में धर्म पूछकर पत्नियों के सामने पतियों के सिर में जिस तरह गोलियों मारकर हत्याएं कीं, उसका भारतीय सशस्त्र बलों ने करारा जवाब दिया। नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह नेस्तनाबूद कर सेना ने अपने इरादे जता दिए। एयर स्ट्राइक की खबर आते ही लोग खुशी से झूम उठे। जय हिंद, जय हिंद की सेना और कलेजे को ठंडक मिली जैसे पोस्ट की सोशल मीडिया पर बाढ़ आ गई। पाकिस्तान की तबाही के वीडियो रात से ही सोशल मीडिया पर छाए रहे।
हर स्थिति पर बारीकी से नजर
मैं स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा हूं। सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जिला उपायुक्तों को संवेदनशील क्षेत्रों से ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने और बोर्डिंग, लॉजिंग, भोजन, चिकित्सा और परिवहन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। हम हर नागरिक की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। – मनोज सिन्हा, उप राज्यपाल
एकजुट और दृढ़ रहें
मौजूदा घटनाक्रमों के मद्देनजर, मैंने सभी डीसी को तत्काल आकस्मिक निधि जारी करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों को गलत सूचनाओं का मुकाबला करने और जनता से केवल सत्यापित स्रोतों पर भरोसा करने का आग्रह करने का निर्देश दिया गया है। आइए, एकजुट और दृढ़ रहें। हम नियंत्रण रेखा की स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। आवश्यकतानुसार तैयारी कर रहे हैं। आकस्मिक निधि जारी कर रहे हैं। गृहमंत्री से भी इसे लेकर बात हुई है। -उमर अब्दुल्ला, मुख्यमंत्री

पाकिस्तान को दिया करारा जवाब

अतिरिक्त लोक सूचना महानिदेशालय ने सोशल मीडिया पर किए गए पोस्ट में लिखा-पाकिस्तान ने पुंछ-राजोरी में तोपखाने से गोलाबारी करके एक बार फिर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। भारतीय सेना इसका उचित तरीके से जवाब दे रही है।


Share Now

240 thoughts on “दर्जनों पाकिस्तानी चौकियां नष्ट, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सेना ने की जवाबी कार्रवाई

  1. Планируете оформить подарок в виде цветов?
    Тогда вам стоит обратить внимание на интересную статью: цветы РЅР° заказ СЃ доставкой РјРѕСЃРєРІР°.
    Это стильное решение для тех, кто ценит эмоции.
    В статье рассказывается о том, как оформить заказ за пару минут.
    Доставка по городу быстрая и аккуратная, а цветы всегда свежие и красиво оформлены.
    Не упустите возможность подарить радость легко и быстро!

  2. Статья здесь
    Попытка автора проанализировать социальные аспекты индустрии эскорт-услуг оказывается совершенно неудачной из-за полного отсутствия научного подхода и достоверных данных. Статья содержит исключительно умозрительные заключения без какой-либо фактологической базы.

  3. Thank you for your sharing. I am worried that I lack creative ideas. It is your article that makes me full of hope. Thank you. But, I have a question, can you help me?

  4. Thank you for your sharing. I am worried that I lack creative ideas. It is your article that makes me full of hope. Thank you. But, I have a question, can you help me?

  5. В первые часы важно не «залить» пациента растворами, а корректно подобрать темп и состав с учётом возраста, массы тела, артериального давления, лекарственного фона (антигипертензивные, сахароснижающие, антиаритмические препараты) и переносимости. Именно поэтому мы не отдаём лечение на откуп шаблонам — каждая схема конструируется врачом на месте, а эффективность оценивается по понятным метрикам.
    Углубиться в тему – вывод из запоя дешево рязань

  6. Ai girlfriend Виртуальная девушка – это цифровая сущность, созданная для имитации романтических отношений и общения с человеком. Она может существовать в различных формах, от текстовых ботов до реалистичных трехмерных моделей, способных взаимодействовать в виртуальной реальности. Виртуальные девушки предлагают пользователям возможность испытать эмоциональную близость, поддержку и общение без необходимости в реальных отношениях. Однако, важно помнить о потенциальных рисках, связанных с зависимостью от виртуальных отношений, размыванием границ между реальностью и иллюзией, а также влиянием на формирование социальных навыков и представлений о любви и отношениях. Использование виртуальных девушек должно осуществляться осознанно и ответственно, с учетом возможных последствий для психологического здоровья и благополучия.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *