देहरादून। उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। हांलाकि कल शुक्रवार को उम्मीद थी कि मजदूरों को बाहर निकाल लिया जायेगा, लेकिन तकनीकि दिक्कतों के चलते काम बाधित हो गया और निराशा हाथ लगी। खबरों की मानें तो अब मैन्यूअल तरीके से ड्रिलिंग पर विचार किया जा रहा है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अभी तक 10 मीटर का फासला और तय करना है। अभी सुरंग के अंदर 6-6 मीटर के पाइप डाले जा रहे हैं। जैसे ही दो और पाइप अंदर जाएंगे, मजदूरों को बाहर निकालने के लिए सफलता मिल सकती है। अभी तक सुरंग में 9 पाइप डालने का काम पूरा हो चुका है। सूत्रों का कहना है कि शनिवार को एक बार फिर पाइप के रास्ते में आई लोहे की जाली को काट कर हटाया जाएगा और फिर से ड्रिलिंग शुरू होगी। बता दें कि जिस मशीन से सुरंग में ड्रिलिंग की जा रही है उससे एक घंटे में 2 मीटर तक ही ड्रिलिंग हो सकती है। मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने के लिए 80 सेंटीमीटर व्यास से पाइप डाले जा रहे हैं। इन पाइप से मजदूरों तक पहुंचने के बाद रोलिंग स्ट्रेचर डालकर उसी पर मजदूरों को लिटाकर बाहर की ओर खींच लिया जाएगा। एनडीआरएफ ने इसके लिए तैयारी भी पूरी कर ली है। पाइप से मजदूर एक-एक कर बाहर निकलेंगे। फिलहाल सुरंग में फंसे मजदूरों तक एक पाइप से खाना और अन्य जरूरी सामान पहुंचाया जा रहा है। मजदूरों को सुरंग के अंदर किसी प्रकार की परेशानी तो नहीं आ रही उसके लिए भी इंतजाम किया जा रहा है। मजदूरों को बिजी रखने के लिए ताश, लूडो और शतरंज भी भेजा गया है। मजदूरों से लगातार बात भी जा रही है।