गुरुग्राम: मानेसर थाना क्षेत्र के पचगांव में खेत में एक सप्ताह पहले बरामद किए गए महिला के अधजले शव की पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली। रिटायर नेवी कर्मी ने ही दूसरी महिला से अवैध संबंधों को लेकर पत्नी की हत्या की थी। पुलिस ने आरोपित पति को बुधवार रात मानेसर बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आयुक्त कार्यालय में डीसीपी विजय प्रताप ने पत्रकारों को बताया कि आरोपित पति जितेंद्र ने 21 अप्रैल को पहले पत्नी सोनिया शर्मा (28) का गला दबाया था। इसके बाद चाकू से शव के छह हिस्से किए थे।
जितेंद्र ने सिर व हाथ मानेसर की पहाड़ियों में फेंक दिए और पैर खेड़कीदौला क्षेत्र में। इसके बाद वह मानेसर क्षेत्र में ही खेत में बने कमरे में डियो डालकर धड़ को जलाकर फरार हो गया था। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने महिला का अधजला शव खेत से बरामद किया था। इसके बाद 22 अप्रैल को महिला के पैर खेड़कीदौला क्षेत्र से मिले थे। पुलिस ने बताया कि 21 अप्रैल को ही जितेंद्र ने अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरे चेक किए। इसमें कहीं भी सोनिया दिखाई नहीं दी। इस पर पुलिस को जितेंद्र पर शक हुआ। निगरानी रखने के बाद उसे 26 अप्रैल को मानेसर बस स्टैंड से हिरासत में लिया गया। कड़ाई से पूछताछ में उसने हत्या की बात कुबूल कर ली।
10 साल पहले हुई थी दोनों की शादी
मूल रूप से गुरुग्राम के गांधीनगर निवासी 35 वर्षीय जितेंद्र और महेंद्रगढ़ की रहने वाली सोनिया शर्मा की शादी 10 साल पहले हुई थी। जितेंद्र नेवी में कुक का काम करता था। पिछले साल ही रिटायर हुआ था। आठ वर्षीय बेटी का दाखिला केंद्रीय विद्यालय में कराने की वजह से परिवार मानेसर में ही किराए से रहने लगा।
2018 में ट्रेन में हुई थी बिहार की महिला से दोस्ती
जितेंद्र की 2018 में एक ट्रेन में सफर के दौरान बिहार की रहने वाली एक महिला से दोस्ती हुई थी। दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद महिला को एक बेटा भी हुआ। जितेंद्र कई बार उससे मिलने भी जाता था। बताया जाता है कि बेटा दो साल का है। थोड़े दिनों पहले सोनिया को जितेंद्र के दूसरी महिला से संबंध होने की जानकारी मिली। इसके बाद घर में कलह का माहौल हो गया था।
बेटी के स्कूल जाने के बाद की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपित जितेंद्र ने बताया कि 21 अप्रैल को बेटी सुबह साढ़े सात बजे स्कूल चली गई थी। सोनिया बाथरूम में नहा रही थी। इसी दौरान जितेंद्र बाथरूम में गया और सोनिया को गला घोंटकर मार डाला। शव को छिपाने के लिए उसने बड़े चाकू से छह हिस्से किए। इसके बाद खून साफ किया।
जितेंद्र शव के टुकड़ों को एक ट्रॉली बैग में भरकर मोटरसाइकिल से घर से निकल गया। उसने सिर और हाथ मानेसर की पहाड़ियों में फेंक दिए। पैर खेड़कीदौला क्षेत्र में फेंककर वह पचगांव में खेत में बने एक कमरे में पहुंचा। यहां उसने धड़ पर डियो डालकर आग लगा दी। इसके बाद वह मौके से फरार हो गया।