हेल्थ टिप्स ::- सूखी खांसी से अक्सर रात में नींद नहीं आती है। खांसी इतनी अधिक होती है कि बार-बार नींद टूट जाती है। खांसी के कारण सीने में दर्द, गले में इर्रिटेशन होने लगती है कई कफ सीरप लेने के बाद भी कुछ लोगों को ड्राई कफ की समस्या से आराम नहीं मिलता है। फ्लू के खत्म हो जाने के बाद भी कई दिनों तक खांसी नहीं जाती है।
अगर पीठ के बल सोने से ब्लड में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है, जिससे फेफड़ों पर असर पड़ता है, आपको इस वजह से गहरी सांस लेनी पड़ती है और खांसी होने की संभावना बढ़ जाती है। पेट के बल लेटने से आपको खांसी से राहत तो मिल जाएगी लेकिन फिर दूसरे अंगों पर दबाव पड़ेगा। इसलिए सबसे अच्छा है कि आप करवट लेकर सोएं।
कई बार ऐसा होता है कि रात में पेट के एसिड्स फूड पाइप और गले तक वापस आने लगते हैं और उस वजह से खांसी होती है। गले में गतिरोध पैदा होने से ही ऐसा होता है। ये सब खाना खाने के फौरन बाद सोने से होता है। इसे एसिड रिफ्लक्स कहते हैं। इसलिए खाना खाने के तकरीबन दो घंटे बाद सोएं।
बहुत ज्यादा सूंखी खांसी हो, तो शहद और पीपल की गांठ को मिलाकर सेवन करें। इसके लिए गांठ को पीस लें, इसमें थोड़ा सा शहद मिलाकर खाएं इससे खांसी की समस्या दूर होगी।
काली मिर्च पाउडर में थोड़ा सा शहद मिलाकर सेवन करने से भी खांसी की समस्या कुछ ही दिनों में ठीक हो सकती है।
शहद का इस्तेमाल करें- शहद में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कि खांसी में राहत देने के लिए लाभकारी होते हैं। अदरक के रस और शहद का रात को सेवन करके सोने से शहद म्यूकस पर कोटिंग कर देता है और खांसी से राहत देता है।
ग्रीन-टी पीकर सोएं- सोने से पहले गर्मा-गर्म ग्रीन टी पिएं। ग्रीन टी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो कि बैक्टीरियल इंफेक्शन को कम करने में मदद करते हैं। रात को सोने से पहले ग्रीन टी पीने से गला हाइड्रेट रहता है और बार-बार खांसी नहीं आती है।
हल्दी – एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मदद करता है। गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीना, सर्दी और खांसी से लड़ने का एक लोकप्रिय और प्रभावी तरीका है। सोने से पहले एक गिलास गर्म हल्दी वाला दूध पीने से सर्दी और खांसी से जल्दी ठीक होने में मदद मिलती है।