
वर्ष 2016 में हरीश रावत के मुख्यमंत्री रहते हुए उनका एक स्टिंग ऑपरेशन वायरल हुआ था। इसके बाद राज्य की राजनीति में भूचाल आ गया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सीएम हरीश रावत को 2016 में बहुचर्चित स्टिंग ऑपरेशन मामले में सीबीआई ने नोटिस जारी किया है। नोटिस में उन्हें इसी माह सीबीआई मुख्यालय में पेश होने को कहा गया है।

इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को दी गई थी। इससे पहले भी सीबीआई की ओर से हरीश रावत को कई बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं। अब एक बार फिर उन्हें नोेटिस भेजकर सीबीआई मुख्यालय बुलाया गया है।
सीबीआई लंबे समय बाद मेरी याद आई : रावत
सीबीआई का नोटिस प्राप्त करने के बाद रावत बोले, लंबे समय बाद सीबीआई के दोस्तों को मेरी याद आई है। नोटिस से ऐसा लगता है कि अब फिर विधानसभा के चुनाव आने जा रहे हैं। भाजपा के दोस्त के हाथों में सीबीआई ने अपनी स्वतंत्रता व स्वायत्तता सौंपकर समझौता कर लिया है। उन्होंने मुझे चुनाव के लायक समझा है। मैं कह रहा हूं कि अब मैं नहीं और लोग आगे आएंगे, मगर लगता है केंद्र सरकार में बैठे हुए लोग अब भी मानते हैं कि हरीश रावत चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकता है।
मैंने सीबीआई का नोटिस प्राप्त कर लिया है। साथ ही अनुरोध किया कि अभी मैं सितंबर तक कहीं यात्रा करने की स्थिति में नहीं हूं। मुझे अक्तूबर माह के दूसरे या तीसरे सप्ताह का समय दिया जाए। मुझे इस बात खुशी होगी कि मैं अपने बयान रिकॉर्ड कराने या जिस चीज के लिए बुलाया जा रहा है, उसके लिए सीबीआई मुख्यालय हाजिर रहूंगा।

