कल दिन भर फिर रुद्रपुर में फर्जी एसओजी कर्मी बनकर स्क्रैप कारोबारी से हुई लूट और 5 लाख की रंगदारी मांगने वाले मामले में बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष का नाम आने का मामला गरमाया रहा। जहाँ पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने तो प्रेस कॉन्फ्रेंस कर खुल के बीजेपी के सत्ता धारी नेता पर आरोप लगाए ये ही नहीं पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने यहाँ तक कहा कि इस बार भी सत्ताधारी नेता के संरक्षण में उनका एक करीबी ही शामिल है।
शहर में होने वाली पूर्व कि सभी घटनाओं में फिर वो चाहे बंद पड़ी लॉयड कंपनी से स्क्रैप के गायब होने का मामला हो या टेम्पो स्टैंड का मामला हो या अवैध वसूली का मामला हो इन सभी में सत्ताधारी नेता के उस एक करीबी का ही नाम बार बार आता रहा है और जिसे हर बार सत्ताधारी नेता अपने वर्चस्व से बचाते रहे हैं। यही नहीं पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने खुल के आरोप लगाया कि ये सब काम सत्ताधारी नेता के संरक्षण में ही हो रहे हैं, उन्होंने सीधा निशाना साधा कि सत्ताधारी नेता ने 2022 में जो टिकट खरीदा था उसकी भरपाई वो शहर से ऐसे ही लूट खसोट मचा कर कर रहे हैं। आरोप लगाते हुए राजकुमार ठुकराल ने तो कई तस्वीरें भी मीडिया के सामने रख दीं।जिसमें सत्ताधारी नेता लूट में शामिल तीनों अभियुक्तों को पद देते दिख रहे हैं।
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साथ ही राजकुमार ठुकराल ने ये भी कहा कि आज सिडकुल में काम करने वाली कंपनियों से खुल के लूट हो रही है शहर में काम करने वाली कंपनियों में डर का माहौल है। और सत्ताधारी नेता के इर्द गिर्द घूमने वाले उनके कुछ अपने ही पूरी तरह से शहर में लूट खसोट कि घटनाओ को अंजाम दें रहे हैं। उन्होंने SOG कर्मी बनकर लूट के मामले में जहाँ पुलिस कि कार्यवाही पर भी उंगलियां उठाई वही सत्ताधारी नेता कि राजनीतिक धमक में दो अन्य लोगों को भी बचाने पर सवाल खड़ा किया। राजकुमार ठुकराल ने दावा किया की अगर पुलिस एलाइंस किंग्सटन सोसायटी के कैमरे चेक कर ले, आरोपियों के call डिटेल्स निकाल ले तो सच सामने आ जाएगा। उन दो लोगों की मिली भगत इस कांड में साफ नजर आ जाएगी जिन्हें सत्ताधारी नेता बचा रहे हैं।राज कुमार ठुकराल ने सभी मीडया कर्मियों से भी वास्तविकता को दिखाने और इस शहर को बचाने कि अपील की।
मामला यहीं शांत नहीं हुआ पूर्व विधायक की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने के बाद ही सत्ताधारी विधायक शिव अरोरा ने भी शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डाली। जहाँ वो पूर्व विधायक की पिछले 10 साल की नाकामियाँ गिनाते रहे साथ ही अपने 1 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां भी गिनाते रहे। पर SOG कर्मी बन लूट के मामले में उनके करीबी का नाम वाले आरोप में उन्होंने सीधा सीधा पुलिस की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा की पुलिस ने अपना काम हमेशा निष्पक्षता से किया है और जो भी आरोप पूर्व विधायक लगा रहे हैं वो उनके स्वप्न में गठित मनगड़त आरोप हैं। उन्होंने सीधे आरोप लगाए की पूर्व विधायक के घर में ही जुए के अड्डे चलते थे पर आज जब ये सब बंद हो गया है तो वो ऊल झलूल आरोप लगाते घूम रहे हैं। उन्होंने साफ आरोप लगाए की नेता जी अपनी संपत्ति के बारे में क्यू नहीं बताते कैसे उनकी सांझेदारी कई कॉलोनीयों में है। उन्होंने पार्टी पदाधिकारीयों के मनोनय में हुई चूक पर भी गलती स्वीकार की साथ ही तत्काल आरोपी को पार्टी से निष्कासित करने की बात कही।
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पर सूत्रो के अनुसार ये भी कहा जा रहा है की सत्ताधारी नेता के करीबी ने जो की दूसरी गाड़ी में था,वादी कमलेश को सत्ता का डर दिखाकर उसका नाम ना लेने की धमकी भी दी। और इसीलिए राजकुमार ठुकराल ने ये आरोप लगाया की उनके दोनों करीबी हर बार इसी तरह वादि को डरा धमका कर बचते आ रहे हैं। राजकुमार ठुकराल ने इन सब घटनाओं को मुख्यमंत्री और DGP से मिल उनके समक्ष भी रखने की भी बात की।
अब ये आरोप कितने सही हैं ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा पर बार बार एक दो व्यक्तियों का ही नाम आना अपने आप में कई सवाल भी खड़े करता है।