मन्नत मूवी का ये गाना ” कसमें वादे प्यार वफ़ा सब बाते हैं बातों का क्या कोई किसी का नहीं रै झूठे नाते हैं नातो का क्या ” आज कल कई रुद्रपुर बीजेपी के कार्यकर्त्ता खुल कर या दबी जुबान से गाते नजर आ रहे हैं। और ये कोई पहली बार नहीं जब रुद्रपुर से बीजेपी के विधायक शिव अरोरा का उन्हीं के पार्टी कार्यकर्त्ताओ द्वारा विरोध सोशल मिडिया में नजर आ रहा है।
बता दें की फेसबुक पर बीजेपी के एक कार्यकर्त्ता विजय बाजपेई नें आज रुद्रपुर विधायक पर पूर्वांचल समाज की अनदेखी करते हुए खुल के आरोप लगा डाला की एक वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा नें रुद्रपुर में रहने वाले पूर्वांचल समाज के लोगों से किये वादों को दरकिनार कर दिया है। विजय वाजपेयी नें अपने सोशल मिडिया पेज पर 17 अप्रैल 2022 की वो पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है जिसमें वो पूर्वांचल समाज के कई अन्य सदस्यों के साथ विधायक शिव अरोरा से मिलने गए थे और तब विधायक शिव अरोरा नें पूर्व में छट घाट विस्तार हेतु 10 लाख का अनुदान देनें की घोषणा की थी। पर वाजपेयी के अनुसार समय के साथ उनका वादा भी हवा हवाई हो गया है।
विजय वाजपेयी की पोस्ट पर जहाँ पूर्वांचल समाज का रोष नजर आता है वहीं उन बीजेपी कार्यकर्त्ताओ और पार्टी के शीर्ष के नेताओं का दर्द और विरोध भी नजर आता है जो यदा कदा दबी जुबान से आपस में बीजेपी की सभाओ में करते रहते हैं। विजय वाजपेयी के पोस्ट पर एक नें तो यहाँ तक कमेंट लिख दिया की विधायक शिव अरोरा केवल एक ही समाज के हितेषी हैं। तो वहीं एक नें पूर्वांचल के लोगों के साथ ऐसा ही होता है लिख दिया। तो वहीं एक बीजेपी कार्यकर्त्ता नें तो खुल कर ये तक लिख दिया की छट मैया के साथ किया धोखा निश्चित रूप से अंत ही होगा।
अतः यह कोई पहली बार नहीं जब विधायक शिव अरोरा को ना केवल कई समाज के लोगों का बल्कि खुद बीजेपी के कार्यकर्त्ताओ के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। और उनका सभी समाज के लोगों को साथ लेकर चलने के वादे को खोखला बताता है।बता दें की ऐसा पहली बार हो रहा है जब बीजेपी के किसी विधायक पर चुन के आने के बाद पार्टी के कार्यकर्त्ता उनका खुल कर विरोध कर रहे हैं। और भविष्य में इसके काफी घातक परिणाम बीजेपी पार्टी को देखने को मिल सकते हैं।