नेशनल हाइवे नंबर 44 पर तोर तिराहे के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी अवैध रूप से जांच पड़ताल कर रहे थे। इसकी भनक एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को मिली। ACB की छापेमारी में पता चला कि चालान सिर्फ 3000 रुपये के किए गए हैं। जबकि पुलिस की गाड़ी में 27090 रुपये मिले। इस मामले में कई पुलिसकर्मी लाइन हाजिर हो गए हैं।
इन दिनों ट्रैफिक पुलिस की ओर से फर्जी चालान की घटनाएं भी सामाने आ रही हैं। जांच पड़ताल के नाम पर पुलिसकर्मी परेशान करते हैं। इसके बाद कुछ पैसे लेकर छोड़ देते हैं। कुछ ऐसी ही घटना धौलपुर में सामने आई है। नेशनल हाइवे नंबर 44 पर तोर तिराहे के पास ट्रैफिकर्मियों ने गाड़ी से जांच के नाम अवैध वसूली कर रहे थे। इस घटना की भनक एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को मिल गई। ACB की जांच पड़ताल में जितने रुपये के चालान काटे गए हैं। उससे कई गुना रकम पुलिस की गाड़ी से बरामद हुए हैं। इस मामले में 8 पुलिस कर्मचारियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार ने इस मामले में शामिल 8 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। ACB टीम ने ट्रैफिक पुलिस की इंटरसेप्टर गाड़ी की जांच की और उन्हें 27090 रुपए मिले। जबकि चालान सिर्फ 3000 रुपये के ही काटे गए हैं। इसमें ACB ने 24090 रुपये की अवैध वसूली माना है।