
रुद्रपुर:सभी को सुरक्षित खाद्य समाग्री मिले।जिससे लोग स्वस्थ रहे।यहीं सरकार, प्रशासन का लक्ष्य है। इसलिए खाद्य पदार्थो की रोजाना अधिक से अधिक नमूनों की जांच करें। यह बात अपर जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्र ने शुक्रवार को जिला सभागार में जिला खाद्य सुरक्षा समिति की त्रैमासिक बैठक में कहीं।
एडीएम ने कहा कि अधिकारी मिलावटखोरी पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगाना सुनिश्चित करें। खाद्य पदार्थो को लेकर पोस्टर, बैनर, प्रिन्ट एवं इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जनता को जागरूक करें।खाद्य सुरक्षा एप व टॉल फ्री नम्बर 1800112100 का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करें।जिस पर लोग मिलावट को लेकर शिकायतें करें। एडीएम ने दुग्ध पदार्थो के साथ ही तेल एवं घी के नियमित चेकिंग व सैंपलिंग करने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी को हिदायत दी। दुध, पनीर, खोया की अभियान चलाकर नमूने एकत्र करें। मिलावटी दुग्ध सामाग्री पर पूर्ण अंकुश लगाया जाएं। कहा कि संयुक्त टीम बनाकर जनपद के नाकों व खत्तों में भी छापेमारी करें।जिससे बाहर से जनपद में आ रहे मिलावटी दुग्ध व अन्य खाद्य पदार्थो पर पूरी तरह रोक लगाई जाएं।नवरात्र और दीवाली नजदीक है,इसलिए अभियान चलाकर छापेमारी करें।

एडीएम कौस्तुभ मिश्रा ने कहा कि फोटिफाइड फूड के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जाएं। साथ ही अधिक से अधिक दुकानों, रेस्टोरेंट, होटल के पंजीयन कराए जाएं।खाद्य सुरक्षा अभिहित अधिकारी डॉक्टर प्रकाश फुलारा ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि तीन माह में 58 नमूने लिए गए।जिनमें सात असुरक्षित व एक फेल पाया गया। वर्ष, 2021 से अत बक 1155 नमूनों की जांच में 205 फेल हुए व 193 पर वाद दायर किया गया। 89 वादों का निस्तारण किया गया और 52 लाख का अर्थ दण्ड लगाया गया। बैठक में एसीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक, पंत विवि के खाद्य एवं पोषण विभाग की प्राध्यापिका डॉ. अर्चना कुशवाहा, डीपीओ मुकुल चौधरी, खाद्य सुरक्षा अधिकारी आशा आर्या, अपर्णा शाह, जिला पूर्ति अधिकारी विनोद तिवारी, खंड शिक्षा अधिकारी सईद आलम, प्रबन्धक उद्योग किरन गोस्वामी आदि मौजूद थे।

