हल्द्वानी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को वर्ष 2023– 24 के लिए आम बजट पेश किया। जिसपर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा की केन्द्र सरकार द्वारा शिक्षा बजट घटाकर 2.64 प्रतिशत से 2.5 प्रतिशत करना एवं स्वास्थ्य बजट घटाकर 2.2 प्रतिशत से 1.98 प्रतिशत करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बजट में बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की दुर्दशा, मंहगाई, और छोटे मझोले उद्योगों के अस्तित्व पर उत्पन्न हुए संकट के लिये कुछ भी नहीं है। जबकि कृषि, पब्लिक हेल्थ, शिक्षा, मनरेगा, फूड सिक्योरिटी व सामाजिक सरोकारों, जन कल्याण के बजट आवंटन पिछले वर्ष की तुलना में कम किए गए है जो किसान-मजदूर, गरीबों, पिछड़ों, दलितों आदिवासियों के लिए खतरे की घंटी है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बजट में मध्यम वर्ग के लिए शहद में लिपटी कड़वी गोलियों के अलावा कुछ नहीं है। कहा कि बजट में आयकर सुधार भी उस व्यवस्था में किए जानें की बात की जा रही हैं, जिस व्यवस्था में छूट देने के प्रावधान नहीं है। कहा की अमृत काल में उद्योगपतियों को और रियायतें दी जा रही हैं, लेकिन असंगठित क्षेत्र की उपेक्षा जारी है।
उन्होंने कहा की इस बजट से देश में महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी का बढ़ना तय है।