हेल्थ टिप्स : अचानक बढ़ जाती है सांस फूलने की परेशानी, तो करें कुछ खास उपाय

Share Now

हेल्थ टिप्स ::- आपको भी सीढ़ियां चढ़ने से सांस फूलती है या चलते समय सांस लेने में तकलीफ होती है व सामान उठाकर चलना भारी पड़ता है तो आपको सांस फूलने की परेशानी हो सकती है। बदलते लाइफस्टाइल और खराब डाइट की वजह से आजकल कम उम्र में ही लोगों को सांस फूलने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सांस फूलने की समस्या कई कारणों से होती है जैसे एलर्जी, मोटापा, धूम्रपान, प्रदूषण, ज्यादा ठंड, एंजाइटी, टीवी, अस्थमा, हार्ट की समस्या, और एनीमिया की वजह से लोगों का सांस तेजी से फूलने लगता है।

सांस फूलने की समस्या के दौरान हुए अनुभव का लोग अलग-अलग तरीके से वर्णन करते हैं, जैसे सांस लेने में दिक्कत, छाती में जकड़न, अंदर पर्याप्त वायु ना खींच पाना आदि। सांस फूलना काफी बेचैनी भरा हो सकता है और कई बार काफी डरावना भी इस समस्या से फेफड़ों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंच पाता।


धूम्रपान- सिगरेट में कई ऐसे तत्त्व मौजूद होते है जिसके कारण फेफड़ो की बीमारी होती है। ऐसे में धूम्रपान से एकदम दूर रहे।

इंटेंस वर्कआउट- लगातार इंटेंस व्यायाम करने के वजह से इंसान में सांस की समस्या होने लगती है। एक्सरसाइज के दौरान सांसों की कमी महसूस होती है और व्यक्ति हांफने लगता है। इसलिए लगातार ज्यादा व्यायाम करने से बचें।

प्रदूषण- प्रदूषण की वजह से फेफड़ो में गंदी हवा जाती है जिसकी वजह से खांसी शुरू हो जाती है। कई बार खासी इतनी ज्यादा होती है कि सांस फूलने लगती है।

शवासन करें – सांस फूलने की परेशानी होती है तो पदमासन करें। पदमासन करने से सांस फूलने की समस्या दूर होती है। इसे करने से सांस संबंधी रोग जैसे दमा से निजात मिलती है और तनाव भी दूर होता है।

अनुलोम-विलोम आसन करें- जिन लोगों को सांस की समस्या है वो अनुलोम विलोम आसन को करें। धीरे-धीरे अनुलोम विलोम करने से सांस फूलने की समस्या दूर होती है। अनुलोम-विलोम फेफड़ों को मजबूत बनाता है। इसे करने से फेफड़ों में जमा गंदगी बाहर निकलती है और सांस में सुधार होता है।

स्टीम लेना होगा सहायक- गर्म पानी से भाप लेने पर नेजल पैसेज में किसी भी प्रकार की ब्लॉकेज को दूर किया जा सकता है। इससे सांस लेने में आसानी हो जाती है। सिर्फ ये ही नहीं स्टीम लेने से जो बॉडी में गर्मी और नमी पहुंचती है उससे फेफड़ों में जमे बलगम को खत्म किया जा सकता है। इससे भी सांस फूलने की परेशानी कम होती है।


Share Now