मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन का मंत्री पद से इस्तीफा, CM केजरीवाल ने किया मंजूर

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नई दिल्ली। नई आबकारी नीति में कथित भ्रष्टाचार के मामले में घिरे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने इस्तीफा दे दिया है। दोनों मंत्रियों का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। बतौर वित्त मंत्री सिसोदिया को बजट भी पेश करना था। लेकिन, इससे पहले ही बीते रविवार को उन्हें आठ घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, उन्होंने पूछताछ से पहले ही मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में अपनी गिरफ्तारी की आशंका व्यक्त कर दी थी और रविवार की शाम हुआ भी वही। यही नहीं, यहां तक की सीएम केजरीवाल ने भी निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट कर दिया था कि सिसोदिया को गिरफ्तार किया जा सकता है। बहरहाल, केजरीवाल की बात सच निकली है, लेकिन अब सवाल यह है कि आखिर सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद बजट कौन पेश करेगा?

ध्यान दें कि सिसोदिया के पास 18 मंत्रालय थे। जिसमें वित्त सहित अन्य मंत्रालय शामिल थे। इस बीच दिल्ली सरकार का बजट भी पेश होना था। इसके अलावा आगामी दिनों में जी-20 का आयोजन भी दिल्ली में हुआ था, जिसकी जिम्मेदारी भी लोक निर्मान विभाग को दी गई है। पीडब्लूडी विभाग का प्रभार वर्तमान में सिसोदिया के पास ही था। वहीं, सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सवाल था कि आखिर उनके जेल में रहने के दौरान इन सभी मंत्रालय की जिम्मेदारी कौन संभालेगा? इसके अलावा बीजेपी भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आप के दोनों ही मंत्रियों के इस्तीफे की मांग लगातार कर रही थी। आखिरकार सिसोदिया के साथ अब सत्येंद्र जैन का भी इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। जिसे लेकर अब बीजेपी एक बार फिर से आम आदमी पार्टी पर हमलावर हो चुकी है।

उधर, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पिछले आठ-नौ महीने से जेल में बंद आप नेता सत्येंद्र जैन का भी इस्तीफा सीएम केजरीवाल ने मंजूर कर लिया है। जिसे लेकर बीजेपी आप पर हमलावर हो चुकी है। बीजेपी सवाल उठा रही है कि आखिर सत्येंद्र जैन का इस्तीफा मंजूर करने में आम आदमी पार्टी ने इतना समय क्यों लगाया?, जबकि जैन के इस्तीफा की मांग पिछले कई महीनों से की जा रही थी, लेकिन आप की ओर से इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा था। वहीं, आप के दोनों मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद आम आदमी पार्टी पर हमला करने के लिए बीजेपी की तरफ से रविशंकर प्रसाद ने मोर्चा संभाला। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस मे केजरीवाल का नाम लिए बगैर कहा कि अभी दामन में बहुत दाग हैं।

उन्होंने आगे कहा कि हम पिछले कई महीने से भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आप नेता के इस्तीफे की मांग कर रहे थे, लेकिन केजरीवाल सरकार ने अपने भ्रष्ट नेताओं का इस्तीफा लेने की जहमत नहीं उठाई। उधर, अपने नेताओं के इस्तीफे पर आम आदमी पार्टी ने कहा कि दिल्ली सरकार का कार्य बाधित ना हो, जिसे देखते हुए दोनों नेताओं का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। लेकिन, बीजेपी इन दोनों ही मंत्रियों के इस्तीफे को आम आदमी पार्टी की कमजोरी बताने की कोशिश की जा रही है। ध्यान रहे कि आप शुरू से ही भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे अपने नेताओं को बचाने में लगी रही, लेकिन अब दोनों नेताओं के इस्तीफे के बाद ऐसा लग रहा है कि केजरीवाल सरकार बैकफूट पर आ चुकी है।

बता दें कि रविवार को आठ घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद उन्हें राउज एवेन्यू अदालत ने पांच दिनों की रिमांड पर भेज दिया , जिसके बाद सिसोदिया ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल की , लेकिन कोर्ट ने अर्जी खारिज कर हाईकोर्ट जाने की हिदायत दी है। उधर, आप सरकार ने अब हाईकोर्ट जाने की बात कही है। उधर, सुप्रीम कोर्ट द्वारा अर्जी खारिज किए जाने के बाद बीजेपी ने आप सरकार पर तंज भी कसा। फिलहाल, इन तमाम मसलों को लेकर बीजेपी और आप के बीच जुबानी जंग जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।


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