आर्मी जवान की हत्या के खिलाफ किया कैंडल मार्च, तो 3500 BJP कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुई FIR, जानें वजह

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चेन्नई। तमिलनाडु में लगभग 3500 भाजपा नेताओं और समर्थकों पर बिना इजाजत कैंडल मार्च निकालने को लेकर तमिलनाडु पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है। खबरों के अनुसार DMK पार्षद द्वारा आर्मी जवान की हत्या के विरोध में ये कैंडल मार्च निकाला गया है। दरअसल, तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मंगलवार (21 फरवरी) को चेन्नई में द्रमुक सरकार के खिलाफ कैंडललाइट मार्च निकाला था। भाजपा नेताओं के खिलाफ हुई कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए चेन्नई के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 3,500 बीजेपी नेताओं और कैडरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 151 r/w 41(6) के तहत उचित अनुमति के बिना कैंडल लाइट मार्च निकालने का केस दर्ज करवाया गया है।

आपको बता दें कि तमिलनाडु पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रदेश भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “कोई भी FIR से डरने वाला नहीं है। इस मामले में, हम बस यही चाहते हैं कि मुख्यमंत्री मारे गए सेना के जवान के परिवार से उनकी पार्टी के सदस्य द्वारा की गई हरकत के लिए माफी मांगे। हम आने वाले दिनों में अपने एक्शन को और बढ़ाएंगे।”

आइए आपको बताते हैं कि आखिर पूरा मामला क्या है और किस बात को लेकर इतना बवाल खड़ा हो गया है। दरअसल, 8 फरवरी 2023 को लांस नायक एम प्रभु पर हमला किया गया था। इसमें डीएमके पदाधिकारी चिन्नास्वामी के अलावा आठ अन्य लोग भी शामिल थे। हमले में प्रभु बुरी तरह से घायल हो गए थे जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 15 फरवरी को उनकी मौत हो गई। प्रभु और उनके भाई प्रभाकरण का चिन्नास्वामी के साथ पानी की टंकी पर कपड़े धोने को लेकर झगड़ा हो गया था। पुलिस ने हत्या का मामला फाइल किया है।


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