हरिद्वार में अपने बच्चों की स्कूल फीस न जमा कर पाने के कारण एक पिता ने बच्चों के अपहरण का झूठा षड्यंत्र रचकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। पुलिस द्वारा मामले की जांच शुरू होने के बाद अपहरण की यह कहानी झूठी निकली। ऐसे में अब शिकायतकर्ता के विरुद्ध ही आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस व संबंधितों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 14 सितंबर को एक व्यक्ति ने थाना पथरी में शिकायत दर्ज कराई कि उसके दो नाबालिग बच्चों का अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपहरण कर लिया गया है। पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज कर उच्चाधिकारियों को सूचित किया और बच्चों की बरामदगी के लिए तेजी से कदम उठाए।
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर पुलिस की कई टीमों का गठन किया। इन टीमों ने बच्चों की तलाश शुरू की, और जांच के दौरान बच्चों को ग्राम बसेड़ी में उनकी बुआ के घर पर सुरक्षित पाया। जब पुलिस ने बच्चों से उनकी कुशलता और बिन बताए बुआ के घर आने की वजह पूछी, तो बच्चों ने बताया कि वे अपने पिता के कहने पर ही वहां आए थे। बच्चों की बुआ ने भी पुष्टि की कि जब बच्चे अचानक उसके घर पहुंचे, तो उसने तुरंत अपने भाई को इसकी जानकारी दी थी।
पुलिस द्वारा बच्चों के पिता से पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों बच्चे एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं, और करीब एक लाख रुपये फीस बकाया होने के कारण विद्यालय प्रबंधन बच्चों को फीस लेकर आने का दबाव बना रहा था। इसी से बचने और फीस माफी के लिए पिता ने अपहरण का झूठा नाटक रचा।