घर में लगने वाली रोक टोक को अपनी बंदिशे मानने वाले बच्चे जब गुस्से में घर से निकल जाते हैं तो उनके घर से बाहर कदम रखते ही वो किस दलदल में फंस जाए इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। यह सीख आजकल के युवाओं के लिए है जो छोटी-सी बातों पर घर छोड़ने का प्लान बनाते है। खबर उत्तराखंड के हरिद्वार से है। जहां एक युवती को देहव्यापार के धंधे में धकेलने का मामला प्रकाश में आया। युवती परिजनों से नाराज होकर नौकरी और घर की तलाश में निकल गई। ऐसे में युवती को एक महिला और उसके साथियों ने जिस्मफरोशी के दलदल में धकेल दिया। पीड़िता ने किसी तरह उनके चंगूल से छूटकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद पुलिस ने ज्वालापुर क्षेत्र की एक कॉलोनी में छापा मार कर गैंग की सरगना महिला व उसके एक बेटे और बेटी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने जब पूरे मामले की छानबीन की तो सामने आया है कि शीला अपने बेटा-बेटी और दामाद के साथ मिलकर सैक्स रैकेट चला रही थी। जिसके बाद पुलिस ने छापकर मारकर युवती को बचाया और साथ ही एक नाबालिग बच्ची को भी बाहर निकाला। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हरिद्वार निवासी पीड़िता अपने घर वालों से परेशान होकर अलग रहना चाहती थी। नौकरी और घर की तलाश में युवती की मुलाकात हरिद्वार निवासी आशु प्रधान से हुई। जिसने उसकी मुलाकात ज्वालापुर में रह रहे बंटी नाम के व्यक्ति से कराई। जिसके बाद बंटी उसे ज्वालापुर में रानीपुर झाल क्षेत्र की कॉलोनी में ले गया। यहां दो महिलाओं ने उससे जिस्मफरोशी कराई जब उसने इसका विरोध किया तो मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी।