काशीपुर। दो दिन से गायब स्पेयर पार्ट्स व्यापारी का शव प्रतापपुर बाजार में गोशाला मोड़ के पास रामनगर रोड किनारे पानी के गड्ढे में पड़ा मिला। संजय बहादुर निवासी धनौरी पट्टी प्रतापपुर ने मृतक की पहचान अपने भाई प्रदीप थापा (28) के रूप में की है। मृतक के भाईयों ने उसकी दूसरे स्थान पर हत्या कर शव को वहां पर डालने का आरोप लगाया है। मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर एक युवक को हिरासत में लिया गया है।
मंगलवार को धनौरी पट्टी प्रतापपुर निवासी संजय बहादुर ने प्रतापपुर चौकी में सौंपी तहरीर में कहा कि प्रतापपुर जारत कॉलोनी निवासी एक व्यक्ति उसके भाई प्रदीप थापा (28) को तीन जुलाई रात लगभग 8 बजे घर से बुलाकर कहीं ले गया है। उसका भाई चार जुलाई तक नहीं लौटा। जब उन लोगों ने उस व्यक्ति से जानकारी की तो उसने बताया कि वह प्रदीप थापा को कुछ समय बाद ही सड़क पर छोड़कर चला गया था।
संजय ने कहा कि वह भाई राजेश और मोहल्लेवासियों के साथ रातभर प्रदीप की तलाश करते रहे। बुधवार सुबह लोगों ने प्रतापपुर रामनगर मार्ग गोशाला मोड़ के पास सड़क किनारे पानी के छोटे गड्ढे में एक शव पड़ा देखा। सूचना मिलते ही वह भी मौके पर पहुंचे तो शव उसके भाई प्रदीप थापा का था।
अपनी तहरीर में संजय और राजेश का कहना है कि मात्र डेढ़-दो फुट गहरे पानी में डूब कर प्रदीप की मौत नहीं हुई है। किसी अन्य स्थान पर हत्या करके शव को यहां डाला गया है। घटना को लेकर क्षेत्रवासियों में रोष फैल गया। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जानकारी के अनुसार प्रदीप अविवाहित था और उसकी प्रतापपुर में ही स्पेयर पार्ट्स की दुकान है। संजय के अनुसार जो व्यक्ति प्रदीप को घर से बुलाकर ले गया था, उससे प्रदीप का रुपयों के लेनदेन को लेकर कुछ समय से विवाद चल रहा था।
प्रदीप के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण पानी में डूबना बताया गया। यह पता चलते ही परिजनों सहित ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया। आक्रोशित लोग शव को पोस्टमार्टम हाउस से दाह संस्कार स्थल पर ले जाने के बजाए प्रतापपुर पुलिस चौकी ले गए। । चौकी के सामने शव रखकर हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। परिजनों ने पुलिस की मंशा पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने बीते दिन ही प्रदीप के गुमशुदगी की तहरीर सौंपी थी लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज नहीं की। आरोप लगाया कि पुलिस उस व्यक्ति को थाने में बैठाकर रखा है, गिरफ्तार क्यों नहीं किया। परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट को संदिग्ध बताकर कहा कि तीन से पांच जुलाई तक शव इतनी गर्मी में सड़ा क्यों नहीं। डेढ़-दो फुट पानी में इतना लंबा व्यक्ति डूबकर कैसे मर गया। डॉक्टर को शव के सिर, गर्दन, मुंह, आंख के पास, पैरों में चोट के निशानों को अनदेखा किया गया है।
शव को चौकी के सामने रखने से पुलिस में अफरातफरी
काशीपुर। शव को प्रतापपुर पुलिस चौकी के सामने रखने की खबर से पुलिस अधिकारियों में अफरातफरी मच गई। सीओ वंदना वर्मा, कोतवाल मनोज रतूड़ी, चौकी प्रभारी कुंडेश्वरी विनोद जोशी सहित कई उपनिरीक्षक बड़ी संख्या में पुलिस बल के साथ प्रतापपुर चौकी पहुंंच गए। मृतक के परिजनों व ग्रामीणों ने कहा कि पहले आरोपी के विरुद्ध केस दर्ज करो, तब शव का दाह संस्कार करेंगे। बसपा जिलाध्यक्ष लेखराज गौतम से काफी जद्दोजहद के बाद कोतवाल ने केस दर्ज करने के लिए दो घंटे का समय मांगा। केस दर्ज होने के बाद परिजन शव को साथ ले गए और दाह संस्कार की तैयारी करने लगे।
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर एक को लिया हिरासत में
काशीपुर। कुंडेश्वरी पुलिस चौकी प्रभारी विनोद जोशी ने बताया प्रदीप थापा की मौत के मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में जो व्यक्ति प्रदीप थापा को बुलाकर ले गया था, उसको हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही घटनाक्रम का खुलासा कर दिया जाएगा।