गुजरात, बंगाल के बाद बिहार के सासाराम में सामने आये दो पक्ष, पत्थरबाजी, वाहनों में तोड़फोड़ और कई झोपड़ीनुमा दुकानों को किया आग के हवाले

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रामनवमी पर जुलूस के दौरान गुजरात, बंगाल के बाद बिहार के सासाराम में दो पक्ष आमने-सामने आ गए. इस दौरान हुए विवाद में पत्थरबाजी, वाहनों में तोड़फोड़ और कई झोपड़ीनुमा दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. शहर में गोला बाजार की ओर जाने वाली सड़कें ईंट-पत्थरों से पटी हुई हैं. इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है, जिसे देखते हुए धारा-144 लागू कर दी गई है.

सासाराम की गोला बाजार, कादिरगंज, मुबारकगंज, चौखंडी और नवरत्न बाजार पूरी तरह से बंद हैं. डीएम धर्मेंद्र कुमार और एसपी विनीत कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे हैं. पुलिस-प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है. बता दें कि ये घटना केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सासाराम दौरे से दो दिन पहले हुई है. शाह पार्टी एक अप्रैल को पटना और अगले दिन सासाराम पहुंचेंगे.

देश के कई शहरों में हुआ बवाल
गौरतलब है कि रामनवमी पर देश के कई शहरों से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं. इससे तनाव बना हुआ है. गुरुवार दोपहर गुजरात के वडोदरा से दो बार पथराव की खबरें आई थीं. इसके बाद शाम को बंगाल के हावड़ा और फिर इस्लामपुर में हिंसा और आगजनी की घटना हुई. इतना ही नहीं यूपी की राजधानी लखनऊ की एक यूनिवर्सिटी में भी छात्रों के गुट भिड़ गए. वहीं, रामनवमी से ठीक पहले महाराष्ट्र के दो जिलों संभाजी नगर और जलगांव में तनाव और हिंसा हुई थी.

पहली घटना हावड़ा के शिबपुर में हुई
सबसे पहले बात करते हैं बंगाल में हुई घटनाओं की. यहां पहली हिंसा हावड़ा के शिबपुर में हुई, जहां दो समुदाय भिड़ गए और पत्थरबाजी हुई. इसके बाद कई वाहनों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. इस दौरान कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया.

दूसरा मामला दालकोला से सामने आया
बवाल का दूसरा मामला दालकोला (उत्तर दिनाजपुर जिले) से सामने आया. यह इलाका मुस्लिम बहुल इस्लामपुर शहर में पड़ता है. यहां एक शख्स की मौत हो गई. इतना ही नहीं पुलिस अधीक्षक समेत कई लोग जख्मी हो गए. पुलिस ने बताया कि युवक की मौत हिंसा के दौरान हार्ट अटैक से हुई.

सूबे की मुखिया ममता बनर्जी का बयान
हावड़ा हिंसा मामले में सूबे की मुखिया ममता बनर्जी ने जुलूस निकाल रहे हिंदू पक्ष को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पहले ही चेताया गया था कि मुस्लिम बहुल इलाके में जुलूस ना निकालें. उनका आरोप है कि जुलूस का रूट बदला गया था. बीजेपी मुस्लिम इलाकों को टारगेट कर रही है.

वडोदरा के फतेहपुरा में पथराव हुआ
गुजरात के वडोदरा में गुरुवार दोपहर हिंसा हुई. यहां फतेहपुरा में दो बार पथराव हुआ. इसके कुछ वीडियो भी सामने आए, जिनमें बच्चे, महिलाएं भागते दिखे. दावा है कि पत्थरबाजी तब हुई, जब राम जन्मोत्सव पर शोभायात्रा एक मस्जिद के पास पहुंची. इस मामले में अभी तक 23 लोगों को पकड़ा गया है, जिसमें 5 महिलाएं हैं. इसके साथ ही पूछताछ के दौरान 22 अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है.

राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी का बयान
वडोदरा हिंसा मामले में राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा है कि पत्थरबाजी करने वालों की पहचान सीसीटीवी के जरिए की जा रही है. रामनवमी की यात्रा में पत्थर मारने वालों के खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी, जिससे आरोपी कभी पत्थर की तरफ देखेंगे भी नहीं.

हिंसा मामले में पुलिस का बयान
हिंसा मामले में वडोदरा सिटी के सीपी शमशेर सिंह ने कहा कि रामनवमी के जुलूस के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव करने की कोशिश. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर मामले को संभाला. सभी जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हुए. इलाकों में पेट्रोलिंग की जा रही है. हमने 20 लोगों को हिरासत में लिया है, पुलिस इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी.

जमशेदपुर जिला प्रशासन और अखाड़ा समितियों के बीच विवाद
उधर, झारखंड में जमशेदपुर जिला प्रशासन और अखाड़ा समितियों के बीच विवाद गहरा गया है. गुरुवार से जारी गतिरोध शुक्रवार को गहरा गया. यहां रामनवमी विसर्जन जुलूस न निकालने और जिला प्रशासन के रवैये के खिलाफ कुछ अखाड़ों को छोड़ सभी प्रमुख अखाड़ों ने विसर्जन जुलूस निकालने से मना कर दिया है. इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण बन गई है. जिला प्रशासन एवं अखाड़ा समितियों के बीच कई दौर की वार्ता विफल होने के बाद अखाड़ा समिति अपनी मांगों से टस से मस नहीं हुई.

इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने कल यानी शनिवार को जमशेदपुर बंद बुलाया है. बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा कुछ अखाड़ों के ट्रेलर और डीजे जप्त करने के बाद यह स्थिति बनी है. शांति समिति की बैठकों में बार-बार जिला प्रशासन द्वारा भारी वाहनों के प्रयोग और डीजे पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी कुछ अखाड़ा समितियों द्वारा ट्रेलर और डीजे का प्रयोग किया जा रहा था, जिसे जिला प्रशासन द्वारा जब्त कर लिया गया. इसके बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई है.

जिला प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ बीजेपी नेता अभय सिंह ने अखाड़ा समितियों के साथ बैठक कर दो टूक फरमान जारी कर दिया है कि जब तक जिला प्रशासन जब्त किए ट्रेलर और डीजे के अलावा अखाड़ा समितियों पर किए गए केस वापस नहीं लेता है तब तक विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा. उन्होंने इसके पीछे मंत्री बन्ना गुप्ता को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि चोर ही शोर मचा रहे हैं.

 


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