सीरिया से लगी देश की सीमा के पास तुर्की के गाजियांटेप शहर में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप सुबह 4.17 बजे 17.9 किमी की गहराई में आया। राजधानी अंकारा और तुर्की के अन्य शहरों और कई क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए।
एक शक्तिशाली भूकंप ने #Turkey को अपनी चपेट में ले लिया है। भारी जानी माली नुकसान का खदशा जताया जा रहा है। सभी अपनी दुआओं में तुर्की को याद रखें। मुश्किल घड़ी में इंसान ही इंसान के काम आता है।🤲🏻 pic.twitter.com/t2MFlcAFho
— Ansar Imran SR (@ansarimransr) February 6, 2023
अधिकारियों ने कहा है कि गजियांटेप में कई इमारतें ढह गई हैं और कुछ लोगों के फंसे होने की संभावना हैं। तुर्की के भूकंप विज्ञानियों ने कहा कि कुछ ही मिनट बाद इस क्षेत्र में दूसरा झटका लगा। तुर्की दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंप क्षेत्रों में से एक में स्थित है। 1999 में आए भूकंप में 17,000 से अधिक लोग मारे गए थे।
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, पहले भूकंप का केंद्र कहरामनमारस प्रांत के गाजियांटेप शहर से 30 किलोमीटर दूर और जमीन से करीब 24 किलोमीटर नीचे था। लोकल समय के मुताबिक, ये भूकंप सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर आया। इसके 11 मिनट बाद 6.7 तीव्रता का दूसरा भूकंप भी आया। इसका केंद्र जमीन से 9.9 किलोमीटर नीचे था। दूसरे भूकंप के 19 मिनट बाद 5.6 तीव्रता का तीसरा भूकंप भी आया। लिहाजा कई लोगों के मलबे में दबे होने और मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, भूकंप के केंद्र के पास यानी गाजियांटेप शहर में कई सीरियाई रिफ्यूजी रहते हैं। यूनाइटेड नेशन्स कमिशनर फॉर रिफ्यूजी के मुताबिक, दुनिया के सबसे ज्यादा रिफ्यूजी तुर्किये में रहते हैं। इनमें से 3.5 मिलियन सीरिया के रिफ्यूजी हैं। गाजियांटेप से ही इनकी मदद के लिए बड़े ऑपरेशन्स चलाए जाते हैं।