“चलना है तब-तक, जब-तक
मंजिल ना मिल जाएं
चाहे आंधी आएं या तूफान आएं” ऐसा की कुछ कर दिखाया है छोटी सी उम्र में बेल्जियम ब्रिटिश पायलट जांबाज बेटी ने।
जिस उम्र में अधिकतर बच्चे अपने स्कूल-कॉलेज की मौज मस्ती व रिजल्ट को लेकर बेहद चिंतित रहते हैं। अपनी उस उम्र में दुनिया की एक होनहार और जबाज लड़की ने अकेले ही प्लेन उड़ाकर पूरी दुनिया का चक्कर लगा लिया है।
आपको बताते चलें कि 19 साल की बेल्जियम-ब्रिटिश पायलट जारा रदरफोर्ड ने दुनियाभर में अकेले उड़ान भरने वाली सबसे कम उम्र की महिला के रूप में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। रदरफोर्ड का गुरुवार को पश्चिमी बेल्जियम में एयरप्लेन 155 दिन बाद उतरा। उन्होंने 30 साल की अमेरिकी एविएटर शाएस्टा वेज को पीछे छोड़ते हुए अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज करवाया है जो कि बेहद हर्ष की बात है।
बता दें कि अल्ट्रालाइट शार्क प्लेन में इस उड़ान में उसे तीन महीने लगने वाले थे, लेकिन लगातार खराब मौसम और वीजा के मुद्दों के चलते ये समय करीब दो महीने तक बढ़ गया। रदरफोर्ड ने पांच महीने पहले 18 अगस्त, 2021 को अपनी उड़ान की शुरुआत की थी। 52,000 किलोमीटर (28,000 समुद्री मील) से ज्यादा के अपने ट्रेक में, वह पांच महाद्वीपों में रुकी और 41 देशों का दौरा किया। रदरफोर्ड ने रूस में कड़ाके की ठंड से निपटने और उत्तर कोरियाई हवाई क्षेत्र से बचने के लिए विज़ुअल फ़्लाइट रूल्स को फॉलो करते हुए उड़ान भरी। जांबाज पायलट रदरफोर्ड ने बताया कि उड़ान के दौरान कभी-कभी उसे अपनी जान का डर सताता था, तो कभी वह घर की साधारण सुख-सुविधाओं के लिए तरसती थी।
आपको बता दें कि जारा रदरफोर्ड के माता-पिता दोनों पायलट हैं और वह 6 साल की उम्र से छोटे विमानों में यात्रा कर रही है। 14 साल की उम्र में उसने खुद उड़ान भरना शुरू कर दिया था, और उन्हें 2020 में पायलट लाइसेंस मिला। उन्होंने बताया कि उनका मकसद दुनिया की महिलाओं और लड़कियों को उड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। 19 साल की ज़ारा रदरफोर्ड प्रतिकूल मौसम के कारण योजना से दो महीने बाद बेल्जियम के कॉर्ट्रिज्क-वेवेलगेम में उतरीं। यात्रा के दौरान उसने एक महीना नोम, अलास्का में और 41 दिन रूस में बिताया।