इस बार आईपीएल में देखने को मिलेंगे 5 बड़े बदलाव, खेल का रुख बदल देगी इम्पैक्ट प्लेयर की थ्योरी

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नई दिल्ली. आईपीएल 2023 का आगाज चेन्नई सुपर किंग्स और डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात टाइटंस के बीच मुकाबले से होगी. इस मैच को लेकर फैंस को जितना उत्साह है, उससे ज्यादा रोमांच इस बार आईपीएल में बदले नियम को लेकर होगा. इस बार आईपीएल में 5 ऐसे बदलाव देखने को मिलेंगे, जो खेल को पूरी तरह बदल देंगे. इससे लीग का रोमांच पहले के मुकाबले काफी बढ़ जाएगा. आइए आपको उन 5 बदलावों के बारे में बताते हैं, जो आईपीएल के 16वें सीजन को पिछले टूर्नामेंट से अलग बनाएंगे.

आईपीएल 2023 की प्लेइंग कंडीशन में जो सबसे बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा. वो है इम्पैक्ट प्लेयर नियम. जैसा कि नाम से ही लग रहा है ये नियम ऐसे खिलाड़ी को लेकर है, जो मैच में इम्पैक्ट यानी प्रभाव डालने का दम रखता है. आखिर किस नियम के तहत कौन सा खिलाड़ी इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान में उतर सकेगा. टीमें कैसे इसका इस्तेमाल कर पाएंगी. आइए ये जानते हैं.

इम्पैक्ट प्लेयर नियम खेल का रुख बदल देगा
आईपीएल के 16वें सीजन में पहली बार इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू होगा. ये ऐसा सब्सिट्यूट खिलाड़ी होगा जो गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी भी कर सकेगा. ये फुटबॉल, बास्केटबॉल में टैक्टिकल सब्सिट्यूट जैसे ही काम करेगा. अब सवाल ये उठता है कि ये काम कैसे करेगा? टॉस के वक्त ही टीमों को प्लेइंग-XI के साथ अपने 4 सब्सिट्यूट खिलाड़ी के नाम देने होंगे. इन 4 में से किसी एक को ही टीम इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर इस्तेमाल कर पाएगी.

कैसे इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल होगा?
अब सवाल ये उठता है कि क्या इम्पैक्ट प्लेयर को मैच में टीम कभी भी इस्तेमाल कर पाएगी? तो इसके कई विकल्प हैं. कप्तान टीम के इम्पैक्ट प्लेयर को पारी की शुरुआत से पहले ला सकता है. दूसरा एक ओवर के खत्म होने के बाद, तीसरा विकेट गिरने पर या बल्लेबाज के रिटायर होने पर. हालांकि, गेंदबाजी करने वाली टीम अगर ओवर के दौरान विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने की सूरत में इम्पैक्ट प्लेयर उतारती है, तो इम्पैक्ट प्लेयर को ओवर की बाकी बची गेंद फेंकने की इजाजत नहीं होगी.

उस खिलाड़ी का क्या होगा, जिसे इम्पैक्ट प्लेयर रिप्लेस करेगा? तो इसका जवाब सीधा सा है. जिस खिलाड़ी की जगह इम्पैक्ट प्लेयर टीम में आया है, वो मैच में आगे हिस्सा नहीं ले पाएगा. सब्सिट्यूट फील्डर के तौर पर भी नहीं.

विदेशी खिलाड़ियों का इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर कैसे इस्तेमाल होगा?
अगर कोई टीम अपने शुरुआती प्लेइंग-XI में 4 विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करती है, तो वो मैच में इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर सिर्फ भारतीय खिलाड़ी को ही उतार सकती है. ऐस विदेशी खिलाड़ियों की संख्या को 4 तक सीमित करने के लिए ही किया जाएगा. ये नियम आईपीएल की शुरुआत से ही है कि किसी भी टीम के प्लेइंग-XI में अधिकतम 4 विदेशी खिलाड़ी ही रह सकते हैं. हालांकि, टीम ने अगर शुरुआती प्लेइंग-XI में 3 या उससे कम विदेशी खिलाड़ी रखे हैं तो वो ओवरसीज या विदेशी खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उतार सकती है. लेकिन, प्लेइंग-XI में शामिल होने वाले विदेशी खिलाड़ी को टॉस के समय रैफरी को दिए गए 4 सब्सिट्यूट खिलाड़ियों में से एक होना चाहिए.

टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन का ऐलान
अभी तक आईपीएल में कप्तानों को टॉस से पहले ही प्लेइंग-XI बताना होता था. लेकिन आईपीएल के 16वें सीजन में ऐसा नहीं होगा. कप्तान टॉस के बाद प्लेइंग इलेवन बताएंगे. कप्तान 2 अलग-अलग टीम शीट के साथ टॉस के लिए आ सकते हैं. टॉस के नतीजे के आधार पर वह अपना प्लेइंग-XI दे सकते हैं.

अनफेयर मूवमेंट पर डेड बॉल होगी
आईपीएल 2023 के किसी मैच में अगर विकेटकीपर या मैदान पर मौजूद कोई फील्डर गेंद फेंके जाने के दौरान अनफेयर मूवमेंट यानी नियमों के विपरीत इधर-उधर जाता है तो अंपायर उस हरकत पर डेड बॉल करार देंगे. इसके साथ ही बैटिंग करने वाली टीम के स्कोर में पेनल्टी के रूप में 5 रन जोड़ दिए जाएंगे.

वाइड और नो-बॉल के लिए DRS
हाल ही में खत्म हुई वुमेंस प्रीमियर लीग में पहली बार टीमों ने वाइड और नो बॉल के लिए डीआरएस लिया. यही नियम अब आईपीएल में भी लागू होगा. बैटिंग और बॉलिंग करने वाली टीम अगर अंपायर के वाइड या नो-बॉल के फैसले पर सहमत नहीं है तो डीआरएस ले सकेगी.

धीमे ओवर रेट को लेकर मैच के दौरान मिलेगी सजा
आईपीएल 2023 में धीमे ओवर रेट के कारण टीमों को नुकसान उठाना पड़ सकता है, वो भी मैच के दौरान ही. इंटरनेशनल टी20 की तरह अपने कोटे के ओवर फेंकने के कटऑफ टाइम के बाद जितने भी ओवर फेंके जाएंगे, उस दौरान सजा के तौर पर फील्डिंग टीम के 4 खिलाड़ी ही बाउंड्री पर रहेंगे. वैसे, पावरप्ले के बाद 5 फील्डर बाउंड्री पर रह सकते हैं.


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