उत्तराखंड का उधमसिंह नगर जिला हर परिपेक्ष में काफी महत्वपूर्ण और सवेंदनशील जिला माना जाता है एक तरफ इसकी सीमाएं उत्तरप्रदेश तो दूसरी तरफ नेपाल से साझा होती हैं। और वहीं वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी गृह जनपद है और आए दिन मुख्यमंत्री धामी के दौरे इस जिले को हमेशा से सुर्खियों में रखते हैं। पर जिस तरह से पिछले कुछ समय से बढ़ते अपराध और लचर कानून व्यवस्था नें इस जिले को काफी सुर्खियों में ला दिया था तो वहीं विपक्षीयो को धामी सरकार को घेरने के कई मौके भी दे दिए थे।
पिछले कुछ समय से जिस तरह से जिले में अपराध का ग्राफ बड़ा था और वहीं जिले की कानून व्यवस्था चरमरा सी गई थी। आम जन मानस के दिलों में राज्य की धामी सरकार और केंद्र की मोदी सरकार की छवि धूमिल होती दिख रही थी। अगर सूत्रों की माने तो तत्कालीन पुलिस कप्तान मुख्यमंत्री धामी की प्राथमिकताओ को पटरी पर नहीं ला सके। जिसको लेकर किच्छा के कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ नें विधानसभा सत्र में कई बार सवाल खड़े किए और प्रदेश की धामी सरकार को घेरने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। चाहे श्रमिकों का शोषण हो, आए दिन अपराध के बढ़ते ग्राफ हों, लूट के मामले हों या अवैध खनन के चलते एक दूसरे पर चलने वाली गोलिया हों, और ट्रैफिक के नियमों की उड़ाई जाने वाली धज्जिया हों और बेखौफ चलने वाले डंपरो से सड़को पर होने वाली मौतें हों, नशे का बढ़ता कारोबार हो, अवैध शराब हो, हर तरह से जिले में एक तरह से धामी सरकार की छवि धूमिल होती दिख रही थी। लचर कानून व्यवस्था के विरोध में बढ़ते आक्रोश के चलते 19 अगस्त को उत्तराखंड कांग्रेस नें जिस तरह से ऊधमसिंह नगर के तत्कालीन एसएसपी के कार्यालय का रुद्रपुर में घेराव किया उसने धामी सरकार की छवि को राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर किया जिसके चलते मुख्यमंत्री धामी नें भी 5 सितंबर को कुछ अन्य आईपीएस अधिकारीयों के स्थानांतरण के साथ ही ऊधम सिंह नगर के कप्तान का भी ट्रांसफर कर दिया। और जिले की कमान IPS मणिकांत मिश्रा को सौंप दी।
बदले कप्तान के साथ बदली तस्वीर।
नए कप्तान आईपीएस मणिकांत मिश्रा नें जैसे ही जिले में अपने कदम रखे वैसे ही उनका स्वागत दिनेशपुर क्षेत्र में वन कर्मियों और वन तस्करों की मुठभेड़ से हुआ। जहाँ एक तरह शहर के एक पांच सितारा होटल में पूर्व कप्तान का विदाई समारोह चल रहा था वहीं दूसरी तरफ नए कप्तान आते ही मुठभेड़ में घायल वन कर्मियों से मिलने अस्पताल पहुँच गए और घटना के दोषियों को ना बक्शने के एक्शन मोड में आ गए। और पिछले लगभग 45 दिनों में आते ही जिस तरह से नए कप्तान मणिकांत मिश्रा नें जिले की कमान संभाली है उसने हर स्तर पर पुलिस और धामी सरकार की छवि बदल दी है।
नए कप्तान नें चरमराई कानून व्यवस्था के हर पहलु पर अंकुश लगाने के लिए जहाँ एक तरफ अपने सभी अधिकारीयों को सख्त दिशा निर्देश दिए और अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले कुछ अधिकारीयों के निलंबन कर उनके सख्त रवैये के प्रमाण दे दिए। देर रात थानो और चौकियो के औचक निरिक्षण नें सभी अधिकारीयों की कार्यशैली को और चुस्त कर दिया। वहीं अपराध,नशे और ट्रैफिक की लचर व्यवस्था को मुख्य केंद्र बिंदु बना कर उस ओर लगातार कार्यवाही कर अपनी दबंग कार्यशैली का भी परिचय दे दिया और इसका प्रमाण है पिछले 45 दिनों में पुलिस नें जिस तरह से नशे की अवैध खेप को पकड़ा है और एक की बाद एक कई नशे के तस्करों पर कार्यवाही की है वो मीडिया की सुर्खियों में है वहीं अपराध पर तत्काल एक्शन में जिस तरह से पुलिस के तोप खाने का पीतल उपयोग हो रहा है उसने भी अपराधियों के हौसले कमजोर करने शुरू कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री धामी के उद्देश्य की पूर्ती।
यहाँ ये कहना गलत नहीं होगा कि मुख्यमंत्री धामी नें जिस उद्देश्य के साथ नए कप्तान मणिकांत मिश्रा को जिले कि कमान सौपी थी उस में कहीं ना कहीं अभी तक नए कप्तान आईपीएस मणिकांत मिश्रा सफल होते दिख रहे हैं और आम जनता की नजरों में भी पुलिस की छवि अब बदली बदली सी नज़र आने लगी है,लोगों का विश्वास एक बार फिर प्रदेश की धामी सरकार पर बढ़ने लगा है और इस सवेदनशील जिले में फिर से कानून व्यवस्था और पुलिस की मौजूदगी का असर दिखने लगा है। और इसका प्रमाण हाल ही में हुए DGP अभिनव कुमार के जन संवाद कार्यक्रम में किच्छा के कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ के प्रोत्साहन भरे शब्दों से भी लगाया जा सकता है जहाँ मंच से किच्छा के कांग्रेस विधायक और कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे तिलक राज बेहड़ नें नए एसएसपी मणिकांत मिश्रा की अब तक की कार्यशैली की तारीफ की।
जिले में पुलिस की बदली तस्वीर और मजबूत होती कानून व्यवस्था के साथ ही आगामी निकाय चुनावों में इसका फायदा प्रदेश की धामी सरकार को मिलता दिख रहा है। और कमजोर हो चुकी पुलिस की छवि को भी जिले में अब बल मिलता दिख रहा है। और आम जनता में भी ऊधम सिंह नगर की पुलिस के लिए विश्वास बढ़ता जा रहा है।