हेल्थ टिप्स : अगर आप 3 कप से ज्यादा चाय पीते हैं तो सावधान हो जाइए, हो सकता है ये नुकसान

Share Now

हेल्थ टिप्स ::- यूरिक एसिड शरीर में प्यूरिन से भरपूर डाइट का सेवन करने से बढ़ता है। यूरिक एसिड टॉक्सिन है जो सभी की बॉडी में बनते हैं और किडनी इसे फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देती है। बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ने का कारण डाइट में मीट, बियर, बीन्स का अधिक सेवन करने से होता है। लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करके इस बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। यूरिक एसिड के मरीजों के लिए चाय का सेवन उनकी परेशानी को बढ़ा सकता है।

अगर तीन कप तक चाय पीते हैं तो सेहत के लिए ठीक है। अगर इससे अधिक होता है तो सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। चाय में ऐसे कई न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाता है। चाय में यूरिक एसिड पाया जाता है जिससे जोड़ों का दर्द होने लगता है। ज्यादा मात्रा में चाय पीने से शरीर में यूरिक एसिड जमा हो जाता है जिससे शरीर में ज्वाइंट पेन शुरू हो जाता है।

दूध वाली चाय का करें कम सेवन- यूरिक एसिड के मरीजों को दूध वाली चाय नुकसान पहुंचा सकती है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है उन्हें दूध वाली चाय का सेवन नहीं करना चाहिए। दूध में फैट बहुत ज्यादा होता है जिसका सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। चाय का सेवन डिहाइड्रेशन को बढ़ा सकता है जिससे किडनी को बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकालने में दिक्कत हो सकती है।

ग्रीन टी का करें सेवन- जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है ऐसे लोग दूध वाली चाय की जगह ग्रीन टी का सेवन करें। ग्रीन टी का सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते है और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर ग्रीन टी यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार साबित होती है।

चाय की जगह करें कॉफी का सेवन- जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है ऐसे लोग चाय की जगह कॉफी का सेवन करें। कॉफी यूरिक एसिड में प्यूरीन के टूटने को धीमा कर देती है और उत्सर्जन की दर को तेज करती है। यूरिक एसिड के मरीज चाय की जगह कॉफी का सेवन करें फायदेमंद साबित होगा।

पर्याप्त पानी पीएं- यूरिक एसिड को कंट्रोल में करने में पानी पीना चाहिए। यूरिक एसिड के रोगी को एक दिन में कम से कम 10 से 12 ग्लास पानी का सेवन करना चाहिए।

चैरी और स्ट्रॉबेरी का सेवन करें- चैरी और स्ट्रॉबेरी एंटी-इंफ्लामेटरी के गुणों से भरपूर होती हैं। इनके एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों के कारण यह आपके जोड़ों में जमा यूरिक एसिड को बाहर निकालने का काम करता है।


Share Now