
कोमोर्बिटिडी यानी गंभीर रोग वाली 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग आबादी को कोरोना वैक्सीन की प्रीकाशनरी डोज लेने के लिए चिकित्सा प्रमाण पत्र लाना आवश्यक है जो उन्हें वैक्सीन लगाते समय दिखाना होगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.आरएस शर्मा ने बताया कि बुजुर्ग लोग जो 60 वर्ष से अधिक उम्र वाली बुजुर्ग आबादी कोरोना वैक्सीन की प्रीकाशनरी डोज के लिए पात्र हैं। बुजुर्गों को टीका लेने के लिए चिकित्सा प्रमाण पत्र लाना होगा। अन्य प्रक्रिया पहले की तरह ही रहेगा।

डा. आरएस शर्मा ने कहा कि कोविन की वेबसाइट पर सभी जानकारियां मौजूद हैं। इन्हें पहले ही दो खुराक मिल चुकी हैं, वे अपने कोमोर्बिटिडी सर्टिफिकेट साथ लाकर तीसरा टीका लगाया सकतें है। उन्होंने बताया कि कोमोर्बिटिडी के मेडिकल सर्टिफिकेट पर किसी पंजीकृत चिकित्सक का साइन होना चाहिए, जिसे अपलोड किया जा सके है।
आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि कोमोर्बिटिडी सर्टिफिकेट के बारे में पहले से ही एक विवरण पहले से ही मौजूद है। जिसके लिए 45 से 60 उम्र से ऊपर के आयु वर्ग के कोमोर्बिटिडी वाले लोगों के टीकाकरण के दौरान हुआ था। वही फॉर्मूला अब भी लागू होगा।
इसमें मधुमेह, किडनी की बीमारी या डायलिसिस, हृदय रोग, स्टेमसेल प्रत्यारोपण, कैंसर, सिरोसिस, सिकल सेल डिजिजि, स्टेरायड या इम्यूनोसप्रेसेन्ट दवाओं का लंबे समय तक उपयोग, मस्कुलर डिस्ट्राफी समेत अन्य मानदंड शामिल हैं। लाभार्थियों को बूस्टर डोज सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।






