कोरोना रोधी वैक्सीन कोवोवैक्स और कोर्बेवैक्स के इमरजेंसी यूज को सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की मंजूरी मिल गई है।
मांडविया ने बताया कि हैदराबाद स्थित फर्म बायोलाजिकल-ई द्वारा निर्मित कोर्बेवैक्स वैक्सीन भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह हैट्रिक है क्योंकि यह अब भारत में बना हुआ तीसरा टीका है।
कोरोना रोधी वैक्सीन कोवोवैक्स और कोर्बेवैक्स के इमरजेंसी यूज को मिली सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन की मंजूरीकोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन से आपात इस्तेमाल की अनुमति पहले ही मिल चुकी है।
सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन ने कोरोना रोधी वैक्सीन कोवोवैक्स और कोर्बेवैक्स के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दी है। इसके अलावा कोविड-19 रोधी दवा ‘मोलनुपिराविर’ के आपात स्थिति में नियंत्रित उपयोग को भी अनुमति मिल गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने इस संबंध में एक ट्वीट करते हुए देशवासियों को बधाई दी है। बता दें कि कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन से आपात इस्तेमाल की अनुमति पहले ही मिल चुकी है।
मांडविया ने बताया कि कोर्बेवैक्स वैक्सीन भारत की पहली स्वदेशी रूप से विकसित RBD प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। इसे हैदराबाद स्थित फर्म बायोलाजिकल-ई द्वारा निर्मित किया गया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, यह हैट्रिक है क्योंकि यह अब भारत में विकसित हुआ तीसरा टीका है।