रूद्रपुर। विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले प्रतिष्ठानों से निपटने के लिए अब इस व्यवसाय से जुड़े कई प्रतिष्ठान एकजुट हो गये हैं। ओवरसीज कंसलटेंट प्रतिष्ठानों ने उधम सिंह नगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसायटी के नाम से संगठन का गठन किया है। जिसके संयोजक गुरजिंदर सिंह सिद्धू बनाये गये है। यह संस्था विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वालों का पर्दाफाश करेगी और ठगी से लोगों को बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलायेगी। साथ ही संस्था की कार्यकारिणी का गठन शीघ्र ही किया जाएगा।
बता दें कि विदेश भेजनें के नाम परबढ़ते ठगी के मामलों से जहाँ आम इंसान परेशान है वहीं इस व्यवसाय से जुड़े कई ओवरसीज कंसलटेंट भी अपनी साख के खराब होने से आहत हैं। इसीलिए कई ओवरसीज कंसलटेंटस ने एक जुट होते हुए कल एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में उधम सिंह नगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसायटी के गठन की घोषणा की। जिसके संयोजक गुरजिंदर सिंह सिद्धू ने बताया कि संस्था की कार्यकारिणी की घोषणा जल्द ही की जाएगी। फिलहाल इस संगठन से दो दर्जन से अधिक प्रतिष्ठान जुड़ चुके हैं। जनपद के अच्छी छवि वाले अन्य प्रतिष्ठानों को भी शीघ्र ही संस्था से जोड़ा जायेगा। गुरजिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले पिछले कुछ समय से बढ़े हैं। कुछ प्रतिष्ठान पैसा कमाने के लालच में नियमों को ताक पर रखकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसे प्रतिष्ठानों की वजह से सभी प्रतिष्ठान बदनाम हो रहे हैं। चंद गलत लोगों की वजह से सभी प्रतिष्ठानों को ‘कबूतरबाज’ कहा जा रहा है जो आपत्तिजनक और निंदनीय है। सिद्धू ने कहा कि कुछ गलत लोगों की वजह से पूरी इंडस्ट्री को बदनाम नहीं किया जा सकता। जो भी प्रतिष्ठान फर्जी काम कर रहा है उसके खिलाफ निसंदेह सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ताकि किसी का भविष्य और मेहनत से कमाया गया पैसा बर्बाद न हो। उन्होंने कहा कि उधम सिंह नगर के कई ओवरसीज प्रतिष्ठान पिछले कई वर्षों से अच्छा काम कर रहे हैं। इन प्रतिष्ठानों के माध्यम से कई युवा विदेशों में अपना भविष्य चमका चुके हैं। ऐसे में सभी को एक नजर से देखना ठीक नहीं है।
सिद्धू ने कहा कि विदेश भेजने के नाम पर हो रही ठगी को रोकने और पारदर्शिता के साथ लोगों को अच्छी सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से ही उधम सिंह नगर ओवरसीज कंसलटेंट सोसायटी का गठन किया गया है। यह संस्था सभी प्रतिष्ठानों को एक मंच पर लाने के साथ ही धोखाधड़ी करने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ एक्शन भी लेगी इसके लिए पुलिस प्रशासन का सहयोग भी लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य विदेशो में नौकरी और शिक्षा के लिए जाने वालों को बेहतर और पारदर्शी सेवाएं देना है। इसके लिए संस्था प्रतिबद्ध रहेगी। संस्था का मुख्य ध्यान छात्रों के विदेश जाने के लिए पूरी जानकारी देने के साथ ही स्टूंडेंट वीजा प्राप्त करने की जटिल प्रक्रिया में उनकी सहायता करने पर केंद्रित है। संस्था युवा पीढ़ी के विदेश में जाकर कैरियर संवारने के सपने को पूरा करने के लक्ष्य को साकार करने में हर कदम पर साथ देगी।
सिद्धू ने कहा कि विदेश भेजने के लिए अपनी सेवाएं दे रहे प्रतिष्ठान छात्रों और उनके अभिभावकों के भरोसे पर खरा उतरें इसके लिए संस्था भविष्य में महत्वपूर्ण कदम उठायेगी। जिसके तहत जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को सही जानकारी दी जायेगी और धोखाधड़ी करने वालों से बचने के लिए सावधान किया जायेगा। श्री सिद्धू ने कहा कि ओवरसीज संस्थान छात्रों को विदेश में शिक्षा ग्रहण करने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं। ऐसे में अभिभावकों को सही जानकारी होना जरूरी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी संस्था से जो भी प्रतिष्ठान जुड़े हैं वह बेदाग हैं किसी पर अभी तक धोखाधडी का कोई आरोप नहीं है। जिन भी प्रतिष्ठानों पर धोखाधड़ी जैसे आरोप लगे हैं उन्हें संस्था में शामिल नहीं किया जायेगा। साफ सुथरी छवि वाले प्रतिष्ठान ही इस संस्था की सदस्यता ले पायेंगे। संस्था का अपना बॉयलाज है जिसकी शर्ते पूरी करने के बाद ही सदस्यता मिलेगी। सिद्धू ने विदेश भेजने की त्तैयारी कर रहे युवाओं और उनके अभिभावकों से भी अपील की है कि वह गलत प्रतिष्ठानों के जाल में न फंसे। बल्कि पूरी छानबीन के बाद ही विदेश जाने की प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने कहा कि विदेश में पढ़ाई करने वाले छात्रों से कोई भी ओवरसीज प्रतिष्ठान नगद पैसा नहीं ले सकता। छात्र या अभिभावक के एकाउंट से ही विदेशों में शिक्षण संस्थान को पैसा ट्रांसफर किया जाता है। कोई प्रतिष्ठान यदि फीस आदि कैश लेता है तो समझ लें कि वह धोखाधड़ी कर रहा है।
सिद्धू ने ये भी कहा कि धोखाधडी से लोगों को बचाने के लिए जल्द ही संस्था जागरूकता कार्यक्रम चलायेगी। फर्जी संस्थानों का पर्दाफाश किया जायेगा। इसके लिए पुलिस प्रशासन के साथ तालमेल बनाने के लिए जल्द ही डीएम और एसएसपी से भी संस्था के पदाधिकारी मुलाकात करेंगे।
इस अवसर पर गुरविंदर सिंह ढिल्लो, लखविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह संधू, सचिन गुम्बर, सुखविंदर सिंह, जगरूप सिंह ढिल्लो, बलराज सिंह संधू, गुरजीत सिंह, गुरमुख सिंह, गुरप्रताप सिंह, तेजवीर सिंह, विक्रम सिंह विर्क, गुरविंदर सिंह गौराया, कुलजीत सिंह, गुरपिंदर सिंह आदि भी मौजूद रहे।