
खटीमा में युवक द्वारा की गयी आत्म हत्या के संदिग्ध मामले में पुलिस ने एक ब्लैकमेलर को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा कर दिया है। मृतक गौरव को लगातार एक व्यक्ति ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठ रहा था, जिसके चलते उसने फांसी लगाकर जान दे दी थी। दरअसल खटीमा निवासी गौरव ने बीती 13 मई 2025 को संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली थी। जिसके बाद परिजनों ने स्वाभाविक मृत्यु मानकर अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन कुछ दिनों बाद परिवारजनों को ओमान में गौरव के साथ काम करने वाले उसके साथियों से पता चला कि गौरव परेशान था और उसने पैसे की मदद मांग रहा था। जिसके बाद मृतक के भाई संजय कुमार ने अपने दिवंगत भाई गौरव के मोबाइल में छानबीन की। संजय ने जब मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप संदेशों की श्रृंखला देखी तो उसका संदेह और गहरा हो गया। इस वाट्टस चेट में बार-बार पैसे की मांग की जा रही थी। चैट हिस्ट्री से स्पष्ट रूप से पता चला कि गौरव इन लगातार मांगों के कारण अत्यधिक मानसिक दबाव में था, जिसके कारण उसने अपनी जान लेने का दुखद फैसला किया। मोबाइल से मिली इस पुख्श्ता जानकारी के बाद संजय कुमार ने 19 मई को खटीमा कोतवाली में मामले की तहरीर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने मामले के प्रत्येक पहलू की शीघ्र और गहन जांच के निर्देश दिए और मामले का खुलासा करने के लिए कई पुलिस टीमों का गठन किया । पुलिस टीमों ने मृतक के मोबाइल फोन की बारीकी से जांच की, जिससें व्हाट्सएप पर बार-बार पैसे की मांग की पुष्टि हुई। विस्तृत व्हाट्सएप चौट लॉग ने आरोपी की लगातार पैसों की मांगों के कारण गौरव द्वारा झेली गई अत्यधिक मानसिक पीड़ा का प्रमाण दे दिया। आगे की जांच से पता चला कि गौरव ने ऑनलाइन माध्यम से बड़ी रकम स्थानांतरित की थी। जिसके अंतर्गत इसी माह 10 मई को 15,000, 11 मई को 15,000, और 12 मई 10,000 एक ऑनलाइन खाते में ट्रांसफर किये थे। इन लेनदेन से जुड़े मोबाइल नंबर का पता लगाने पर, पुलिस ने इसकी पहचान दिलीप सिंह बोहरा पुत्र स्वर्गीय केदार सिंह बोहरा, निवासी चंडाक, कोतवाली पिथौरागढ़ के रूप में की। पर्याप्त सबूतों के आधार पर पुलिस ने दिलीप सिंह बोहरा उर्फ दीपक बोहरा को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ के दौरान बोहरा ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसने खुलासा किया कि वह इंस्टाग्राम के माध्यम से गौरव की पत्नी निशा से मिला था और उसके बाद उनकी बातचीत व्हाट्सएप पर शुरू गई, जहां उन्होंने एक करीबी रिश्ता विकसित किया। इसी दौरान निशा ने उसे अपनी कुछ निजी तस्वीरें और वीडियो भेज दिये। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने निशा के पति गौरव को निजी तस्वीरें और वीडियो भेजी और उसे ब्लैकमेल कर पैसे वसूलना शुरू कर दिया। दिलीप बोहरा के कबूलनामे के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने की कार्रवाई की है।


