बड़ी खबर🔴: दिल्ली पुलिस नें मोस्ट वांटेड ISIS आतंकवादी शाहनवाज़ सहित तीन आतंकवादी किए गिरफ्तार, उत्तरभारत में बड़ी घटनाओं को अंजाम देनें की थी प्लानिंग!

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भारत में आतंक फैलाने के लिए सीमापार से नए नए हथकंडे और तरीके अपनाए जाते रहे हैं और सीमापार से ऐसी कोई कमी नहीं छोड़ी जाती जिससे की भारत में भय और आतंक का माहौल सदा बना रहे। और इसी लिए यहाँ बैठे कुछ लोगों को वो अपना मोहरा बना हर बार एक नई कोशिश करता है। पर हर बार भारत की सुरक्षा एजेंसीयां सीमापार के इन मनसूबो को कमजोर करता आ रहा है।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने राजधानी दिल्ली में आतंकी नेटवर्क पर बड़ा वार करते हुए ISIS मॉडल के एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आतंकी शाहनवाज़ उर्फ़ शैफी उज्जमा पर 3 लाख का इनाम भी था और इनका प्लान उत्तर भारत में एक बड़ी वारदात को अंजाम देनें का था। पेशे से आतंकी शाहनवाज़ इंजीनियर दिल्ली का रहने वाला है और अभी कुछ समय पहले ही पुणे पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था।

पुलिस ने बताया की शाजिस के तहत सीमापार बैठे विदेशी हैंडलर शाहनवाज और दूसरे आतंकियों से ऐसा बम धमाका कराना चाहते थे, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान जा सके। आरोपी जंगल में परीक्षण का वीडियो बनाकर शाहनवाज और उसके साथ पाकिस्तान में बैठे हैंडलर को भेजते थे। वहां से उनको पीडीएफ के जरिये दिशा-निर्देश मिलते थे।

पीडीएफ के जरिये बताया जाता था कि बम में कौन सा केमिकल मिलाकर उसकी तीव्रता बढ़ाई जा सकती है। पाक में बैठे हैंडलर लगातार लोगों को जिहाद के लिए तैयार करने के लिए कहते थे। स्पेशल सेल को विदेश से होने वाली फंडिंग के सबूत भी मिले हैं। इसके अलावा वाहन चोरी कर आतंकी अपने माल-ए-गनीमत बढ़ाने का भी प्रयास कर रहे थे। मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया कि शाहनवाज ने नामी संस्थान से माइनिंग में इंजीनियरिंग की थी। 

पढ़ाई के दौरान शाहनवाज को खनन के लिए किए जाने वाले विस्फोट की जानकारी दी गई थी। शाहनवाज ने अपनी इस जानकारी को इंटरनेट और सोशल मीडिया के जरिये और बढ़ा लिया। शाहनवाज दो-दो मीटर के पाइप में केमिकल डालकर जंगल में ले जाकर धमाका करता था। उसकी क्षमता को और बढ़ाने के लिए बार-बार उसमें केमिकल बढ़ाने के निर्देश दिए जाते थे। बाद में इसका वीडियो बनाकर सीमापार भेजा जाता था।

आतंकियों ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए उनको विदेश से तो फंड मिलता ही था। लेकिन यहां अपने स्तर पर फंड जुटाने के लिए वह अपने माल-ए-गनीमत को बढ़ाने के लिए वाहन चोरी करते थे। पुणे में इसी तरह की वारदात को अंजाम देते हुए शाहनवाज पकड़ा गया था, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। बाद में एनआईए ने इसकी गिरफ्तार पर तीन लाख का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने ये भी बताया की इनके निशाने पर जहाँ कई बड़े नेता थे वहीं उत्तर भारत के कई मंदिर भी इनके निशानें पर थे। जहाँ अयोध्या का राम मंदिर और मुंबई का छाबरा हाउस भी इनके निशाने पर था। पूछताछ में तीनों आतंकवादी शाहनवाज़, रिजवान और अरशद नें कई बड़े खुलासे किए।


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