दिल्ली: देश में एक और एयरलाइंस कंपनी दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है. दरअसल, वाडिया ग्रुप की एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) ने मंगलवार को एनसीएलटी (NCLT) में वॉलंटरी इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग (Voluntary Insolvancy Proceedings) के लिए आवेदन दे दिया है. वहीं इस बीच Go First की सभी उड़ानें कल और परसों यानी 3 और 4 मई 2023 को रद्द कर दी गई हैं.
गो-फर्स्ट एयरलाइंस (Go First Airlines) ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) को इस फैसले की जानकारी दी है. ऐसे में जिन हवाई यात्रियों ने इन दो दिनों के लिए कंपनी का टिकट बुक कराया है, उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
सरकार की पैनी नजर
वहीं नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार संकटग्रस्त गो फर्स्ट एयरलाइन की हरसंभव मदद कर रही है. उन्होंने कहा, ‘गो फर्स्ट को सरकार हर संभव सहायता कर रही है, और पूरी घटना पर नजर बनी हुई है.’
ये है उड़ानों को कैंसिल करने की वजह
रिपोर्ट के मुताबिक, Go First एयरलाइंस लंबे समय से आर्थिक परेशानी का सामना कर रहा है. ऐसे में तेल कंपनियों के बकाया का भुगतान न कर पाने के कारण एयरलाइंस ने ये बड़ा फैसला किया है. पूरे मामले पर नजर डालें तो वित्तीय संकट से घिरी एयरलाइन कंपनी के लिए इंजन बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ट एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) ने सप्लाई बंद कर दी है. इसके चलते कंपनी के पास फंड की भारी कमी हो गई है.
नकदी न होने के कारण वो तेल कंपनियों के बकाए का भुगतान करने में भी सक्षम नहीं है, जिसकी वजह से कंपनियों ने एयरलाइंस को तेल देने से इनकार कर दिया है. इन हालातों के बीच गो फर्स्ट ने 3 और 4 मई को अपनी सभी उड़ानों को रद्द करने का बड़ा फैसला लिया है, जो कंपनी के ग्राहकों के लिए किसी झटके से कम नहीं है.
आधे से ज्यादा विमान किए गए ग्राउंड
अमेरिकी कंपनी की ओर से इंजन नहीं मिल पाने के कारण कंपनी के आधे से अधिक विमान उड़ान नहीं भर पा रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइंस के करीब 50 विमान ग्राउंड कर दिए गए हैं. इसके चलते कंपनी के कैश फ्लो पर बेहद बुरा असर हुआ है. मंगलवार को सोशल मीडिया पर Go Air की निर्धारित उड़ानें रद्द होने की शिकायतों की बाढ़ सी आ गई. इन खबरों को टिकट बुक कराने वाले जिन यात्रियों ने पढ़ा उन्होंने नागरिक उड्डयन मंत्रालय और DGCA से शिकायत कर बुकिंग पर अपने रिफंड की मांग की है.
गो-फर्स्ट चीफ बोले- फंड की किल्लत
पीटीआई के मुताबिक, Go First एयरलाइन के चीफ कौशिक खोना (Kaushik Khona) ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि वाडिया ग्रुप की गो फर्स्ट 3 और 4 मई को अस्थायी रूप से उड़ानें बंद कर देगी. खोना ने कहा है कि प्रैट एंड व्हिटनी (P&W) द्वारा इंजनों की आपूर्ति नहीं किए जाने के कारण एयरलाइन ने अपने बेड़े के आधे से ज्यादा विमानों को खड़ा कर दिया है. इसके चलते फंड की किल्लत हो गई है. इसके अलावा बता दें गो फर्स्ट एयरलाइन ने Pratt & Whitney के खिलाफ अमेरिका की एक अदालत में मुकदमा किया है.
दिवालिया होने की कगार पर एयरलाइंस
कंपनी के वेबसाइट के मुताबिक एयरलाइनंस के बेड़े में 61 विमान हैं. इनमें 56 ए320 नियो और पांच ए320सीइओ हैं. कंपनी के ऐसे समय में पैसेंजर रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है जब महामारी के बाद एयर ट्रैफिक में तेज बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है. रिपोर्ट की मानें तो वाडिया ग्रुप की एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है. कंपनी ने एनसीएलटी (NCLT) में वॉलंटरी इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग (Voluntary Insolvancy Proceedings) के लिए एप्लिकेशन भी दे दी है.