हेल्थ टिप्स ::- माेबाइल से निकलने वाला विकिरण बच्चों की आंख के लिए खतरनाक साबित हो रहा है। क्योंकि लगातार मोबाइल स्क्रीन पर देखने से आंखों का ब्लिकिंग रेट कम हो रहा है।
आंखों का ब्लिकिंग रेट 15 से 16 पाया जाता है। लेकिन मोबाइल स्क्रीन पर लगातार बने रहने से ब्लिकिंग रेट 6 से 7 के स्तर पर पहुंच जाता है। इससे बच्चों का विजन भी कमजोर हो जाता है। लगातार मोबाइल देखने से आंखों में धुंधलापन की भी शिकायत आ रही है। धुंधलापन आने से कुछ देर तक आंखों की रोशनी भी कम हो जाती है। 80 फीसद बच्चों में ड्रायनेस की समस्या देखी जा रही है। रात में जब फोन का प्रयोग करते हैं तो उससे निकलने वाली प्रकाश आपकी आंखों के रेटिना पर सीधा असर करता है। जिसके कारण देखने की क्षमता भी धीरे-धीरे घटने लगती है
ड्राईनेस– दिनभर काम करते रहने से आंखों को आराम नहीं मिलता, ऐसे में रात में भी सोने की बजाय फोन पर देर तक बिज़ी रहना आंखों को ड्राई कर देती है। इससे आंखों में खुजली और जलन होने लगती है। लगातार ऐसा करने से आंखों की अश्रु ग्रंथि पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
आंखों से पानी गिरना– घंटों स्मार्टफोन से चिपके रहने से आंखों से पानी गिरने लगता है। ऐसा मोबाइल से निकलने वाली किरणों के कारण होता है,लगातार मोबाइल पर देखते रहने से पलकों का झपकना लगभग कम हो जाता है। इससे आखों को आराम नहीं मिलता और आंखों से पानी गिरने लगता है
चश्मा लगना– मोबाइल फोन सोशल साइट्स से जोड़कर सुकून पहुंचाते हों, लेकिन आपकी आंखों पर जल्द ही चश्मा चढ़ा देते हैं। इतना ही नहीं, धीरे-धीरे आंखों का नंबर बढ़ने लगता है और पतला चश्मा मोटा होने लगता है। कुछ सालों के बाद आपको आंखों का ऑपरेशन तक करवाना पड़ सकता है.
उपाय
– अपनी आंखों को मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन की रोशनी से कैसे बचाएं ।
– आंखों के व्यायाम करें
– कम रोशनी या अंधेरे में कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करने से बचें
-स्क्रीन की चमक कम करें उच्च रिज़ॉल्यूशन स्क्रीन का उपयोग करें
-स्क्रीन से दूरी कम करें नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं
मोबाइल का इस्तेमाल करते समय 20 मिनट के बाद कम से कम 20 सेकंड का ब्रेक जरूर ले इससे आँखों का राहत मिलेगी।
अपने मोबाइल का प्रयोग करते समय इसकी Brightness जितना हो सके कम रखें। इससे आँखों पर प्रेशर कम पड़ेगा।
जितना हो सके बिना बजह के मोबाइल का इस्तेमाल न करें और हो सके तो चश्मा का प्रयोग जरूर करें। इससे स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी से बचा जा सकता है।
मोबाइल और कंप्यूटर की डिस्प्ले से हानिकारक ब्लू किरणें निकलती हैं, जो हमारी आंखों को नुकसान पहुँचाती है। इसलिए आपको ब्लू लाइट ब्लॉकिंग चश्मा का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
अधिक समस्या होने पर डॉक्टर से परामर्श ले।