हेल्थ टिप्स ::- गर्मी के मौसम में खानपान में लापरवाही की वजह से कई बीमारियां पैदा हो जाती हैं, जो कई बार घातक साबित होती हैं। उन्हीं में से एक बीमारी है- पीलिया यानी जाइंडिश। गर्मियों में पीलिया बच्चे और बड़े सबको प्रभावित करता है। पीलिया का सबसे बड़ा कारण है दूषित पानी और दूषित भोजन। पीलिया में मरीज की आंखें और नाखून पीले पड़ जाते हैं। पेशाब भी पीले रंग की होती है। इसका सही समय पर इलाज नहीं कराया गया, तो यह बहुत गंभीर रूप धारण कर सकता है।
फ़ूड पॉइजनिंग- गर्मियों में होने वाली एक बहुत ही ज्यादा कॉमन बीमारी है फ़ूड पॉइजनिंग इस मौसम में वायरस, बैक्टेरिया और फंगस की बढ़ोतरी दो गुना तेजी से होती है।
लू लगना – गर्मियों के मौसम में ये एक बेहद आम बीमारी है ये अक्सर तेज धूप के कारण होती है, इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो कमजोरी महसूस होना, चक्कर आना, उल्टियॉं का लगातार होने के जैसे अन्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
पीलिया संक्रमण के लक्षण –
बुखार
ठंड लगना
पेट में दर्द
फ्लू जैसे लक्षण
त्वचा के रंग में बदलाव
गहरे रंग का मूत्र और/या मिट्टी के रंग का मल।
पीलिया रोग के घरेलू उपचार-
बारीक कटे हुए प्याज में पिसी हुई काली मिर्च, नींबू का रस और नमक डालकर पीने से पीलिया रोग में फायदा होता है।
– इस रोग में राहत पाने के लिए लहसुन पीसकर दूध के साथ पीने से आराम मिलता है।
– टमाटर के रस में थोड़ा सा नमक और काली मिर्च मिलाकर सेवन करें।
– मूली के पत्ते पीसकर उसका रस छानकर पीएं, इससे भूख बढ़ेगी और पीलिया में फायदा होगा।
– पीलिया रोगी को सुबह-सुबह नीम रस में शहद मिलाकर पीने से फायदा होता है।
पीलिया में गन्ने का रस अत्यंत लाभकारी होता है। अगर दिन में तीन से चार बार सिर्फ गन्ने का रस पिया जाए तो इससे बहुत लाभ होता है। अगर रोगी सत्तू खाकर गन्ने का रस पीए, तो सप्ताह भर में ही पीलिया ठीक हो जाता है। गेहूं के दाने के बराबर सफेद चूना गन्ने के रस में मिला कर सेवन किया जाए तो भी जल्द से जल्द पीलिया दूर हो जाता है।