जेसीज स्कूल में वीर बाल दिवस के अवसर पर विशेष आयोजन।

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जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर में विद्यार्थियों के द्वारा वीर बाल दिवस के अवसर पर वीर साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस विशेष प्रार्थना सभा में साहिबजादे अजीत सिंह, साहिबजादे जुझार सिंह, साहिबजादे जोरावर सिंह और साहिबजादे फतेह सिंह के सर्वोच्च बलिदान का भावपूर्ण का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

प्रार्थना सभा में साहिबजादों की वीरता पर एक भावपूर्ण पंजाबी कविता का पाठ किया गया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत भाषण में वीर बाल दिवस के महत्व को उजागर करते हुए साहस और बलिदान के मूल्यों पर बल दिया गया। ‘सफर-ए-शहादत’ प्रस्तुति में श्रोताओं को साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान की यात्रा को दर्शाया गया, वीर नायकों पर आधारित सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी पूछे गए। साहिबजादों की शहादत पर आधारित एक नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों को भावुक कर दिया।

विद्यालय के निदेशक सुधांशु पंत ने उनके बलिदान पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वीर बाल दिवस हमें यह सिखाता है कि अगर आपके अंदर देश और धर्म के लिए लड़ने का जज्बा हो तो उम्र कोई बाधा नहीं है। साहिबजादों का जीवन हमें नैतिकता, साहस और धर्म के प्रति अडिग रहने की प्रेरणा देता है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य आर.डी. शर्मा ने कहा कि साहिबजादों की कहानी सचमुच प्रेरणादायक है। उनकी बहादुरी, धर्म के प्रति अडिग विश्वास और अपने सिद्धांतों के लिए जान देने का जज्चा आज के युवाओं के लिए एक बड़ा संदेश है।

साहिबजादो को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की उम्र महज 9 और 7 साल थी, जब उन्होंने धर्म के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। उनकी इस बहादुरी से हमें सीखने को मिलता है कि सत्य और धर्म के लिए खड़ा होना बहुत महत्वपूर्ण है। सभा का समापन एक भावपूर्ण शबद की प्रस्तुति के पश्चात् राष्ट्रगान के साथ हुआ।


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